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Online Shopping Fraud कैसे किया जाता है?

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आजकल Online Shopping Fraud के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। हालांकि इन ठगों को पकड़ने के लिए पुलिस के पास अलग से सायबर क्राईम सेल (Cyber Crime Cell) है लेकिन फिर भी ऑनलाइन ठगी (Online Fraud) के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे। क्योंकि आजकल के ठग काफी शातिर हो गए हैं और उन्होंने आज की जरूरत के हिसाब से अपने आपको अपग्रेड कर लिया है। इसलिए वे हर बार Fraud का नया तरीका आजमाते हैं। ऐसे में जरूरत है लोगों के जागरूक होने की। क्योंकि जब तक आप खुद जागरूक नहीं होगे और अपने लालच पर काबू करना नहीं सीखेंगे तब तक आप Online Fraud के शिकार होते रहेंगे। कैसे? आइए, जानते हैं…

दरअसल यह Cyber Security सीरीज का तीसरा भाग है। पिछले भाग में हमने Password Hacking के तरीकों और उनसे बचने के उपायों के बारे में बात की थी। और इस बार हम Online Shopping Fraud के बारे में बात करेंगे। क्योंकि यह समस्या आजकल काफी आम हो चुकी है। आए दिन भोले-भाले लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार होते रहते हैं और अपनी गाढ़ी कमाई इन ठगों को लुटाते रहते हैं। इसीलिए आज के इस आर्टिकल में हम ऑनलाइन ठगी के तरीके और उनसे बचने के उपायों के बारे में बात करेंगे। अगर आप भी Online Shopping करते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए काफी मददगार साबित होगा। इसलिए इसे पूरा पढ़िएगा।

Online Shopping Fraud

जैसा कि आप सब जानते हैं आजकल Online Shopping का जमाना है। Electronics से लेकर Furniture और Cosmetics से लेकर Kitchenware तक हर सामान ऑनलाइन मिल जाता है। अगर आपको खरीददारी करनी है और मार्केट जाने का मन नहीं है तो ऑनलाइन ऑर्डर कर दीजिए, सामान आपके घर पहुंच जाएगा। और तो और, आजकल तो खाना (Food) भी ऑनलाइन मिलने लग गया है। मतलब कुछ भी चाहिए तो फोन उठाकर ऑर्डर कीजिए, सामान आपके घर पहुंच जाएगा।

ठग हुए ऑनलाइन

जब इतने बड़े पैमाने पर ऑनलाइन खरीददारी हो रही हो तो ऑनलाइन ठग भला कैसे पीछे रह सकते हैं? उनकी तो मौज हो गई है। वे Online Fraud करके अच्छा पैसा छाप रहे हैं। उनकी नजर आपके पैसे पर है। आपके पैसे को उड़ाने के लिए वे नित-नये तरीके आजमा रहे हैं। लेकिन तरीका कोई भी हो, उसका आधार हमेशा लालच ही होता है।

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आपका लालच ठगों का सबसे बड़ा हथियार है। ठग आपको किसी न किसी बहाने मोटा लालच देते हैं। और अगर आप लालच में आकर लार टपकाते हुए उनके पीछे चल देंगे तो आपको लुटने से कोई नहीं बचा पाएगा। वे आपको बड़ी ही आसानी से लूट लेंगे। अगर देखा जाए तो इन ठगों के पास आपको ठगने के कई तरीके (Methods of fraud) हैं। लेकिन यहाँ हम सिर्फ एक तरीके की बात करेंगे, जो कि सबसे पॉपुलर तरीका है और ऑनलाइन ठगों द्वारा सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।

Online Fraud का सबसे पॉपुलर तरीका

आपको बताना चाहूँगा कि भारत में हर साल हजारों की संख्या में ऑनलाइन फ्रॉड के केस दर्ज किए जाते हैं। इनमें ATM, Credit Card, Debit Card, Internet Banking, POS और UPI के जरिए होने वाले Frauds शामिल हैं। और इनमें से ज्यादातर Frauds फीशिंग अटैक (Phishing Attack) के जरिए किए जाते हैं।

जी हाँ, Phishing ठगी का सबसे Popular तरीका है। इसमें ठग किसी ओरिजनल वेबसाइट की नकल करके हू-ब-हू उसके जैसा एक फर्जी वेबपेज बनाता है। और उसका लिंक आपको एक ऐसे मैसेज के साथ भेजता है जिसे पढ़कर आप उस लिंक पर क्लिक करने से खुद को रोक नहीं पाते। यानि कि मैसेज में आपको जबरदस्त लालच दिया जाता है। इतना कि आप मैसेज को पढ़ते ही Spam Link पर क्लिक कर दें और ठगों द्वारा चाही गई तमाम जानकारी उनके हवाले कर दें।

Spam Links

अगर आप व्हाट्सएप इस्तेमाल करते हैं तो आपने देखा होगा कि कई बार ठग्स आपको इस तरह के लिंक्स भेजते हैं, जिनमें 1 रूपये में iPhone X बुक करने, 10 रूपये में सैमसंग Galaxy S10 खरीदने या प्रधानमंत्री निःशुल्क Laptop योजना के तहत 0 रूपये में मुफ्त लैपटॉप खरीदने का झाँसा दिया जाता है। इस तरह के Messages मे Spam Links होते हैं।

मैं आपको बताना चाहूँगा कि ये सभी Links फर्जी होते हैं जो आपको ठगों द्वारा डिजायन किए गए फर्जी वेबपेज पर ले जाती है और वहाँ आप अपना यूजरनेम, पासवर्ड, मोबाइल नम्बर, Debit Card की डिटेल्स, Credit Card की डिटेल्स, Internet Banking के यूजरनेम और पासवर्ड या जो कुछ भी एंटर करेंगे, वह सब जानकारी ठगों के पास चली जाएगी। और उसके बाद क्या होगा, यह शायद मुझे बताने की जरूरत नहीं है।

10रू. में Galaxy S10

मैं आपको हाल ही की एक घटना बताता हूँ। कुछ दिन पहले ही मेरे पास एक व्हाट्सएप मैसेज आया जिसमें 10 रूपये में सैमसंग Galaxy S10 खरीदने का झाँसा दिया गया था। मैसेज में बताया गया कि “सैमसंग का कोई ‘Galaxy S10 – 10 का दम’ नाम का कॉन्टेस्ट चल रहा था, जिसमें 100 भाग्यशाली लोगों को सिर्फ 10 रूपये में Galaxy S10 स्मार्टफोन मिला है और मैं उनमें से एक हूँ।” यह सुनकर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लेकिन! आगे बढ़ने से पहले जरा एक नजर उस मैसेज पर भी डाल लीजिए…

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Spam Link In Whatsapp Message

अगर आपने स्क्रीनशाट को ध्यान से देखा है तो आपको समझ में आ गया होगा कि यह एक Fraud Message है। क्योंंकि जब आप मैसेज में दी Link पर गौर करेंंगे तो पाऐंगे कि वह Link फर्जी है। क्यों फर्जी है? क्योंकि उसमें amazon की जगह amezon लिखा है यानि कि स्पेलिंग में गड़बड़ है। इससे पता चलता है कि यह अमेजन की असली Website का लिंक नहीं है।

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अगर मैं इस लिंक पर क्लिक करूंगा तो अमेजन की असली वेबसाइट पर पहुंचने की बजाय कहीं और पहुंच जाऊँगा। यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि लोग लिंक्स पर ध्यान ही नहीं देते। बस मैसेज पढ़ते ही सीधे लिंक पर क्लिक कर देते हैं और अपना सब-कुछ लुटा बैठते हैं।

Fake Website

खैर, मुझे तो मैसेज में दी गई लिंक को देखते ही पूरी कहानी समझ में आ गई। लेकिन फिर भी मैंने लिंक पर क्लिक किया और ठगों द्वारा बनाए गए कस्टम वेबपेज पर पहुंच गया, जो हू-ब-हू Amazon की कॉपी था। यहाँ तक कि फोन के फोटोज, डिस्क्रिप्शन और रेटिंग से लेकर Fonts तक का बखूबी ध्यान रखा गया था ताकि Victim को गलती से भी शक न हो कि यह अमेजन की Fake Website है। लेकिन फिर भी कुछ गलतियाँ रह गई थी।

जब मैंने Buy Now पर क्लिक किया तो Payment करने के लिए बोला गया। पेमेंट के लिए यहाँ सिर्फ Credit Card, Debit Card और Net Banking ये तीन ही ऑप्शन मौजूद थे। न तो EMI का ऑप्शन था और न ही Pay On Delivery का। क्योंकि ठगों को सिर्फ बैंक डिटेल्स और क्रेडिट/डेबिट कार्ड डिटेल्स से मतलब था, इसलिए उन्होंने दूसरे सारे ऑप्शन्स दिए ही नहीं।

आपके लिए सबक

खैर, मैंने अपनी कोई डिटेल नहीं दी, क्योंकि मुझे पता था कि यह ठगों द्वारा बिछाया गया एक जाल है और यहाँ मैं जो भी एंटर करूँगा, वह सब ठगों के पास चला जाएगा। लेकिन ज्यादातर लोग यहीं आकर गलती करते हैं। वे लालच में आकर अपनी बैंक और क्रेडिट/डेबिट कार्ड की डिटेल्स भर देते हैं और उसके बाद जैसे ही Make Payment के बटन पर क्लिक करते हैं तो उनकी सारी Deatils ठगों के पास चली जाती है। और फिर? फिर क्या? ठग उनके बैंक अकाउंट पर झाड़ू फेरकर चलते बनते है और उनके पास छाती पीटने के अलावा कोई उपाय नहीं बचता।

Online Shopping Fraud से कैसे बचें?

अब सवाल यह है कि ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड से बचें कैसे? How to avoid online shopping fraud? तो इसका बहुत ही सरल-सा उपाय है। अगर आप अपने लालच पर काबू रखें और हमेशा विवेक से काम लें तो आप ऑनलाइन ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं। जिस तरह सड़क पर गाड़ी चलाते वक्त आप हमेशा चौकन्ने रहते हैं ठीक वैसे ही इंटरनेट सर्फिंग करते वक्त भी हमेशा चौकन्ने रहिए। क्योंकि Accident (दुर्घटना) इंटरनेट पर भी हो सकती है। इसलिए निम्न बातों का विशेष रूप से ध्यान रखें…

लालच बुरी बला है

1. ऑनलाइन ठगों का सबसे बड़ा हथियार है आपका लालच। इसलिए सबसे पहले अपने लालच पर काबू करना सीखें। यह बात हमेशा ध्यान में रखिए कि सभी कंपनियाँ अपना-अपना व्यापार (Business) कर रही हैं और कोई भी कंपनी घाटा खाकर बिजनेस नहीं करती है। ऐसे में Apple कंपनी आपको 1 लाख रूपये का फोन 1 रूपये में कैसे दे सकती है? आपको पता होना चाहिए कि Apple दुनिया की सबसे महंगी कंपनियों में से एक है।

2. WhatsApp पर आए मैसेजेज को सच मानकर फॉलो करने से पहले उनकी सत्यता की अच्छी तरह जाँच कर लें। क्योंकि व्हाट्सएप पर आने वाले अधिकतर मैसेज फर्जी (Fake) होते हैं जिनका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं होता। आज के दिन व्हाट्सएप Spam Links का सबसे बड़ा अड्डा बन चुका है। ऐसे में किसी भी लिंक पर बिना सोचे-समझे क्लिक न करें।

Fraud Shopping Offers से सावधान!

3. किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले एक बार उसे ठीक से पढ़ें। अगर उसमें कोई स्पेलिंग मिस्टेक दिखाई देती है तो उस पर विजिट न करें, क्योंकि वह Spam Link है। अगर आप गलती से विजिट कर भी लेते हैं तो अपनी कोई भी सेंसेटिव जानकारी न दें।

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4. कई बार आपको मैसेज के साथ Shorten URL भेजा जाता है जिसे देखने पर पता नहीं चलता कि वह असल में किस वेबसाइट का लिंक है। इसलिए ऐसे लिंक्स पर क्लिक करने से पहले हमेशा चैक करें कि उस लिंक के पीछे असल में कौनसा लिंक छिपा है। इसके लिए आप urlxray.com वेबसाइट की मदद ले सकते हैंं।

5. अगर आपको कोई ऐसा मैसेज मिले, जिसमें Amazon और Flipkart जैसी किसी प्रतिष्ठित कंपनी के नाम से ढेर सारा Discount और Cashback ऑफर किया गया हो, तो कृपया सावधान हो जाऐं। क्योंकि यह ऑनलाइन ठगों की चाल हो सकती है। इसलिए कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट या मोबाइल ऐप में जाकर सर्च करें और पता लगाऐं कि ऐसा कोई ऑफर सच मेंं है भी या नहीं! अगर आपको वहाँ ऐसा कोई ऑफर न मिले तो समझ लीजिए कि आपको भेजा गया मैसेज फर्जी है, और आपको ठगने के लिए भेजा गया है। इसलिए उसे नजरअंदाज (Ignore) करें।

Fraud Apps/Websites से बचें

6. जब भी आप किसी को Online पैसे भेजें या मंगवाए तो हमेशा अपने बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट या Mobile App का इस्तेमाल करें। अन्य किसी भी Third Party App के जरिए लेन-देन न करें, क्योंकि आपके साथ Website Fraud या Internet Scam हो सकता है। ठीक इसी तरह Online Shopping करते वक्त भी कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट और मोबाइल ऐप का ही इस्तेमाल करें। ताकि आप Online Shopping Fraud के शिकार न हों।

7. जब भी आप कोई ऑनलाइन ट्रांजेक्शन (Online Transaction) यानि कि पैसे का लेन-देन करें तो अपने Browser के एड्रेस बार पर जरूर ध्यान दें। अगर एड्रेस बार में आपको लिंक के शुरुआत में https:// और हरे रंग के बंद ताले (Closed Lock) का आइकॉन दिखाई न दे तो कभी भी उस ट्रांजेक्शन को कंपलीट न करें, क्योंकि वह Safe नहीं है। और आपके साथ ऑनलाइन Fraud हो सकता है।

Payment Details सेव न करें

8. इंटरनेट पर कहीं भी, किसी भी वेबसाइट पर अपने Credit और Debit Card की डिटेल्स सेव न करें, क्योंकि इससे आपके क्रेडिट/डेबिट कार्ड से एक क्लिक में Payment किया जा सकता है। यानि कि आपको अच्छा-खासा चूना लगाया जा सकता है। इसलिए ऐसा करने से बचें। इसके अलावा Internet Banking के Username और Password को भी सम्भालकर रखें और कहीं भी सेव न करें।

अगर आप इन 8 बातों का हमेशा ध्यान रखेंगे और अपने व्यावहारिक जीवन में इनका पालन करेंगे तो कभी भी Online Shopping Fraud का शिकार नहीं होंगे। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह आर्टिकल आपको काफी पसंद आया होगा और इसमें दी गई जानकारी आपके लिए काफी मददगार साबित होगी। लेकिन अगर अभी भी इस विषय से जुड़ा कोई सवाल आपके मन मेंं घूम रहा है तो आप बेझिझक कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। मुझे आपकी सहायता करने में बेहद खुशी होगी.

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“Online Shopping Fraud कैसे किया जाता है?” पर 4 विचार

    1. नीतेश जी,
      आपको बताना चाहूँगा कि एक वेबसाइट को सिर्फ एक बार गूगल को सबमिट करना पड़ता है। उसके बाद उस वेबसाइट की हर लिंक गूगल पर अपने आप लिस्ट/अपलोड होती रहती है। रही बात गूगल की, तो इन वेबसाइट्स के Ads भी गूगल ही प्रसारित करता है। आपने यूट्यूब पर इस तरह के खूब Ads देखे होंंगे।

      असल में ये वेबसाइट्स एग्रेसिव मार्केटिंग (विज्ञापन) और SEO टेक्निक्स की मदद से गूगल के पहले पेज पर आ जाती हैं। और चूँकि गूगल की सारी शर्तों को पूरा करती हैं, इसीलिए गूगल इन्हें तब तक नहीं हटाता, जब तक इनके खिलाफ कोई शिकायत नहीं होती।

      वैसे भी इनकी वेबसाइट पर कुछ गलत नहीं होता। इनका ऑर्डर, पेमेंट सब कुछ सही होता है, बस ये लोग ग्राहक को प्रोडक्ट नहीं भेजते। क्योंकि असल में इनके पास कोई प्रोडक्ट होता ही नहीं।

  1. अगर कोई व्यक्ति दूसरे का डेबिट कार्ड से फ्लिपकार्ट या अमेज़न में शॉपिंग करता है और उसे किसी भी तरह से ओटीपी मिल जाता है और वह व्यक्ति शॉपिंग कर लेता है तो जिसका भी डेबिट कार्ड रहेगा वह बैंक में पूछने जाएगा कि कौन शॉपिंग किया है या कितना रुपया का शॉपिंग किया है तो उस व्यक्ति को बैंक में क्या जानकारी मिलेगा क्या बैंक वाले पूरे डिटेल बता पाएंगे

    1. बैंक वाले आपको सिर्फ यह बता सकते हैं कि कितने पैसों की खरीददारी हुई है. यानि कि आपके डेबिट कार्ड से कितना पैसा खर्च किया गया है. लेकिन यह नहीं बता सकते कि शॉपिंग किस इंसान ने की है. क्योंकि इसकी जानकारी बैंक वालो के पास नहीं होगी। हाँ, अमेज़न और फ्लिपकार्ट के पास यह जानकारी मिल सकती है, क्योंकि उन्होंने उस इंसान को सामान डिलीवर किया है. साथ ही उसका IP Address भी मिल जाएगा, जिससे कि उस इंसान को ढूँढना काफी आसान होगा. लेकिन अगर उसने फर्जी नाम-पत्ते के साथ किसी और के मोबाइल/कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है, तो फिर बहुत मुश्किल है. ऐसी स्थिति में अमेज़न/फ्लिपकार्ट के पास जो पेमेंट डिटेल्स होगी, वो भी आप ही की होगी। क्योंकि जिस कार्ड से पेमेंट किया गया है, वो आपका है. हालांकि साइबर क्राइम सेल वाले फिर भी उसे पकड़ सकते हैं. लेकिन बैंक में आपको इससे ज्यादा मदद नहीं मिलेगी।

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