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GEO क्या है? कैसे करें? SEO vs GEO में क्या फर्क है?

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आजकल लोग Search Engines की बजाय सीधे AI Engines से संवाद करना पसंद करते हैं। और तुरंत उत्तर चाहते हैं, बिना किसी लिंक पर क्लिक किए। ऐसे में GEO (Generative Engine Optimization) बेहद जरूरी हो गया है। क्योंकि यह Content Optimization का नया अध्याय है। जिसमें लक्ष्य केवल “SERP में ऊपर आने” का नहीं है। बल्कि “AI-निर्मित उत्तरों में उपयोग (Cited) होना” है। लेकिन यह GEO है क्या? What is GEO? और यह काम कैसे करता है? साथ ही अपने कॉन्टेंट का GEO (जनरेटिव इंजन ऑप्टिमाइजेशन) कैसे करें? आइए, विस्तार से जानते हैं।

Table of Contents

GEO (Generative Engine Optimization)

पिछले दो दशकों से Internet पर जानकारी खोजना काफी आसान प्रक्रिया थी। बस किसी प्रश्न को गूगल (या अन्य सर्च इंजन) पर लिखो। और परिणामों की एक सूची (SERP – Search Engine Results Page) में से एक लिंक चुन लो। बस, आपका काम हो गया। तमाम Content Creators और Digital Marketers ने भी इसी मॉडल को ध्यान में रखकर अपनी रणनीतियाँ तैयार की थी। जिसे हम आमतौर पर SEO (Search Engine Optimization) कहते हैं।

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लेकिन आज का युग अलग है। Generative AI (ChatGPT, Claude, Gemini, Perplexity आदि) उस परिदृश्य को बदल रहा है। और इसी क्षण जन्म होता है GEO (Generative Engine Optimization) का। जो कॉन्टेंट ऑप्टिमाइज़ेशन का तरीका ही बदल देता है। क्योंकि अब “SERP में Top पर Rank करना” महत्वपूर्ण नहीं है। बल्कि AI-Generated Answers में शामिल होना Important है। और आज के इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में बात करेंगे।

GEO (Generative Engine Optimization) क्या है?

जनरेटिव इंजन ऑप्टिमाइजेशन (GEO) का अर्थ है, AI-powered Generative Engines के हिसाब से Content को Optimize करना। अर्थात् कॉन्टेंट को इस तरह से तैयार करना कि जनरेटिव इंजन्स उसे अपने जवाबों में इस्तेमाल करना चाहें।

दूसरे शब्दों में, ऐसी Strategies और Techniques, जिनकी मदद से आपके Blog अथवा Website के Content को AI-पावर्ड जनरेटिव इंजन्स द्वारा उपयोग या उद्धृत (Cited) किया जाए, GEO (Generative Engine Optimization) कहलाती हैं

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आसान भाषा में, GEO का मतलब है, जब कोई यूजर AI से कोई प्रश्न पूछे! तो AI आपके Content को Source के रूप में इस्तेमाल करे। और उसका सार (Summary) अपने जवाब में शामिल कर यूजर को दिखाए।

Wikipedia (अंग्रेज़ी) के अनुसार, GEO Digital Content और Online Presense को इस तरह ऑप्टिमाइज़ करने की प्रक्रिया है कि वह AI-Generated जवाबों में बेहतर दृश्यता (Visibility) प्राप्त करे।

क्या GEO, SEO for AI है?

अकादमिक पृष्ठभूमि में, Gao, Liu, Si, Meng, Xiong और Lin ने “GEO: Generative Engine Optimization” नामक एक Research Paper प्रकाशित किया। जिसमें उन्होंने GEO को एक Flexible Black-Box Optimization Framework के रूप में परिभाषित किया। अर्थात् एक ऐसी प्रणाली जो यह बताती है कि कॉन्टेंट को इस तरह ऑप्टिमाइज़ कैसे करें कि AI Engines उसे अधिक बार उपयोग करें।

उनका प्रयोग यह दिखाता है कि सही Strategy अपनाने पर सामग्री की AI-उत्तरों में शामिल होने (Visibility) की संभावना 30–40% तक बढ़ सकती है

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इस प्रकार, GEO केवल टेक्निकल “SEO for AI” नहीं है, बल्कि एक व्यापक सोच है। जिसमें कॉन्टेंट, संकेत, सिग्नल, ब्रांडिंग, विश्वसनीयता और AI-इंजन की अंतर्निहित संरचना – सबका समन्वय शामिल है।

GEO का इतिहास और विकास

हालांकि GEO (Generative Engine Optimization) अभी एक नया क्षेत्र है। लेकिन इसकी जड़ें बहुत गहरी हैं। क्योंकि यह SEO, AI, और Language Models के विकास के साथ जुड़ा है।

  • SEO का आरंभ: जब इंटरनेट का उपयोग बढ़ा! तो वेबसाइटों को गूगल जैसे सर्च इंजनों में ऊपर लाने की आवश्यकता हुई। और समय के साथ SEO (Keywords, Backlinks, Technical SEO आदि) एक स्थायी डिसीप्लीन बन गया।
  • AI / LLMs का उदय: GPT श्रृंखला, Claude, PaLM, LLaMA जैसे बड़े भाषा मॉडल (Large Language Models – LLMs) और Retrieval-Augmented Generation (RAG) जैसी तकनीकों के आने से, AI इन्फोर्मेशन को सीधे स्रोतों (Sources) से खींचकर उत्तर देने लगा।
  • AI-संचालित सर्च: Google ने Search Generative Experience (SGE) और “AI Overviews” जैसी सुविधाएँ पेश की। जहाँ SERP केवल Links नहीं दिखाता। बल्कि AI-Generated Summaries भी दिखाता है।
  • GEO का शैक्षणिक प्रस्ताव: 2023 में Gao et al. ने GEO को Formalize किया।
  • वाणिज्यिक स्वीकृति: मार्केटिंग ब्लॉग्स, एजेंसियों और SEO Experts ने GEO पर लेख लिखने शुरू किए। उदाहरण के लिए, HubSpot ने GEO को “AI Models में Visibility बढ़ाने की तकनीक” के रूप में समझाया।
  • उपकरणों का विकास: कुछ प्लेटफॉर्मों ने AI Visibility Tools शुरू किए हैं। जैसे Wix ने अपनी AI Visibility Overview फीचर पेश किया है। जिसे उन्होंने GEO की पहल बताया।
  • आगे की खोज: हाल ही में एक शोध “Generative Engine Optimization: How to Dominate AI Search” प्रकाशित हुआ है! जिसमें GEO को व्यापक रूप से पेश किया गया है। और व्यावहारिक रणनीतियाँ (Strategies) सुझाई गई हैं।

इस तरह, GEO तेज़ी से विकसित हो रहा है। यह SEO का एक नया अवतार है, जो AI युग के लिए उपयुक्त है।

3. GEO vs SEO में अंतर

हालांकि GEO और SEO दोनों ही डिज़िटल दृश्यता बढ़ाने की रणनीतियाँ हैं। लेकिन इनकी प्राथमिकताओं, मापदंडों और तरीकों में बहुत-से अंतर हैं। आइए इन्हें इस तुलनात्मक विश्लेषण से समझते हैं। (SEO vs GEO) में प्रमुख अंतर :-

पहलूSEOGEO
लक्ष्यSERP (लिंक सूची) में उच्च रैंकAI द्वारा उपयोग/उद्धृत होना (स्रोत बनना)
उपयोगकर्ता अनुभवउपयोगकर्ता क्लिक करता है वेबसाइट परउपयोगकर्ता AI उत्तर पढ़ता है, क्लिक न भी करे
मापदंडरैंक, ऑर्गेनिक ट्रैफिक, क्लिकथ्रू रेट (CTR), बैकलिंकAI-उद्धरण (How Often Cited), AI-derived Traffic, Share-of-voice in AI Answers
कीवर्ड रणनीतिखोज शब्द (Short-tail, Long-tail) + शीर्षक (Title)उपयोगकर्ता प्रश्न (Prompts), संकेत (Cues), विषय गर्भित भाषा (Semantic)
संरचनाऑन-पेज एसईओ, Meta Tags, Internal Links, Backlinksसंरचित डेटा (Structured Data), AI-Specific Metadata (जैसे llms.txt), संकेत नमूने, सार्थक उद्धरण
विश्वसनीयता / अधिकारक्वालिटी बैकलिंक, डोमेन अथॉरिटीEarned Citations, Third Party Mentions, विश्वसनीय स्रोतों से सहसमर्थन
प्रतीक्षाधीरे-धीरे परिणामतेज बदलाव, AI मॉडल पर निर्भर परिवर्तन
जोखिमGoogle Algorithm Updates, PenaltiesAI मॉडल Bias, ग़लत उद्धरण, नियंत्रित नहीं (Black Box)

मेरे हिसाब से SEO और GEO को एक-दूसरे का विकल्प नहीं, बल्कि पूरक माना जाना चाहिए। क्योंकि अभी भी ज्यादातर Traffic (विशेषकर वेबसाइट विज़िट्स) SEO पर ही निर्भर है।

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लेकिन भविष्य में, AI-Source आधारित खोज (Zero-Click Answers) बढ़ सकती है। और GEO आपका कॉन्टेंट “AI की दुनिया में देखा जाना” सुनिश्चित करेगा। इसीलिए अगर आप एक Blogger हैं! तो अभी से GEO पर फोकस करना शुरू कर दीजिए।

Generative Engines कैसे काम करते हैं?

GEO को समझने के लिए, यह जानना ज़रूरी है कि Generative Engines (AI-सर्च सिस्टम) कैसे काम करते हैं? और उनकी Architecture, Retrieval, Summarization और Citation की प्रक्रिया क्या होती है? आइए, विस्तार से समझते हैं।

1. Generative Engine की संरचना

आमतौर पर एक Generative Engine निम्न घटकों से मिलकर बनता है:-

  1. रिट्रीवल / खोज (Retrieval Module): जब यूजर सवाल पूछता है! तो इंजन पहले प्रासंगिक दस्तावेज़ खोजता है। यानि कि Sources ढूंढता है। अब यह वेब पेज, आर्काइव, डेटाबेस या कोई क्रॉल की गई सामग्री हो सकती है।
  2. संश्लेषण (Synthesis / Summarization Module): चुने गए स्रोतों की जानकारी को LLM (Large Language Model) के साथ संयुक्त किया जाता है। और एक संक्षिप्त, सुसंगत उत्तर तैयार किया जाता है। इसे अक्सर RAG (Retrieval-Augmented Generation) कहा जाता है।
  3. उद्धरण / संदर्भ (Citation / Attribution Layer): सिस्टम जानकारी के मूल स्रोत को मान्यता देना चाहता है। इसके लिए वह मूल स्रोत का URL, शीर्षक या उद्धृत अंश प्रस्तुत कर सकता है।
  4. पर्सनलाइज़ेशन / संदर्भ (Context / Personalization): उपयोगकर्ता के इतिहास, स्थान, प्राथमिकताओं, संवाद-संदर्भ आदि को ध्यान में रखते हुए उत्तर को Personalized किया जाता है।
  5. फ़ॉर्मेटिंग / प्रस्तुति (Presentation Layer): उत्तर को संवादात्मक तरीके से प्रस्तुत किया जाता है। अर्थात् सूची, बुलेट, सारांश, उदाहरण आदि सहित।

2. AI-उद्धरण करने की प्रक्रिया

AI इंजन यह तय करते हैं कि कौनसे Source को शामिल करना है? और उसे किस तरह उद्धृत करना है। यह प्रक्रिया “Black Box” होती है। यानी कि कॉन्टेंट निर्माता सीधे नियंत्रित नहीं कर सकते कि उनका कौन-सा अंश उद्धृत होगा। GEO का मुख्य काम यही है। यानि कि ऐसा संकेत और संरचना देना, कि AI Engine द्वारा आपके स्रोत को चुनने की संभावना बढ़ जाए।

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Gao et al. ने इसे इस तरह मॉडल किया है: वे “Visibility Metrics” पर काम करते हैं। आपके स्रोत की Visibility कैसे बढ़े? और एक Black-Box Optimization प्रक्रिया प्रस्तुत करते हैं।

नवीन शोध (September 2025) में पाया गया है कि AI Search इंजन “Earned Media” (तीसरे पक्ष के स्रोत) को अधिक प्राथमिकता देते हैं। और Brand-owned Content को चुनने में बाधाएँ होती हैं। इसलिए, GEO का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा Citation-Worthiness सुनिश्चित करना है।

GEO की कार्यप्रणाली

अब सवाल यह है कि GEO का कैसे करता है? How Does GEO Work? और अपने कॉन्टेंट को AI के लिए कैसे ऑप्टिमाइज करें? आइए, गहराई से समझते हैं कि कैसे आप अपने कॉन्टेंट को Optimize कर सकते हैं कि AI इंजन्स उसे ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें।

1. Cues और Prompt Cues

सिग्नल (Signals) या “Cues” वह संकेत होते हैं! जो AI को बतलाते हैं कि उसे किस कॉन्टेंट को Quote करना चाहिए। ये Cues निम्न रूपों में हो सकते हैं:-

  • लेबल या मार्कअप (Markup / Tags): Structured Data (JSON-LD, schema.org), OpenAI Metadata, llms.txt फाइल (जैसे Robots.txt की तरह लेकिन AI-Engine Instructions)
  • स्पष्ट उद्धरण संकेत: जैसे कि “According to …”, “As per research …”, और “In a 2025 survey …”
  • शीर्षक, उपशीर्षक और सूची: स्पष्ट, संक्षिप्त और रोचक Headings और Sections.
  • FAQ, Q&A सेक्शन: उपयोगकर्ता प्रश्नों और उत्तरों को स्पष्ट रूप से लिखना।
  • उपयुक्त संक्षिप्तता: प्रत्येक पैराग्राफ में एक मुख्य बिंदु और छोटे वाक्य।
  • समय-सम्बंधित संकेत: “As of 2025 …”, “Latest Research …” – जिससे AI समझे कि यह नवीनतम जानकारी है।
  • अनुभव और केस अध्ययन: उदाहरण, डेटा, स्टेटिस्टिक्स, उद्धरण और स्रोतों का लिंक देना।

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इन सब संकेतों से AI मॉडल यह महसूस करता है कि यह स्रोत “उद्धरणीय” है। अर्थात् उपयोग करने योग्य है।

2. Structured Data और AI-Metadata

जैसा कि हम इस आर्टिकल (Technical SEO) में पहले बता चुके हैं! कि SEO में Structured Data (Schema Markup) का उपयोग पहले से लोकप्रिय है। लेकिन GEO (Generative Engine Optimization) में भी यह महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए,

  • Schema Markup जैसे कि schema.org/Article, schema:author, schema:datePublished, schema:mainEntity आदि।
  • OpenAI Metadata जैसे llms.txt (अनौपचारिक, लेकिन प्रस्तावित) जो AI इंजन को बताए कि किस कॉन्टेंट को प्राथमिकता देनी है?
  • AI-friendly Metadata जैसे कि @context: ai या @type: AIContent आदि।

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इस तरह का Markup AI-Model को यह समझने में मदद करता है कि यह Content किस विषय पर है? कौन उसका लेखक है? किस Category में प्रकाशित है? आदि। इससे उद्धरण (Quote) करने में आसानी हो जाती है।

3. Content Structure व लेखन शैली

अगर आप GEO-Friendly Content लिखना चाहते हैं! तो कॉन्टेंट सरंचना और लेखन शैली को विशेष प्राथमिकता दें। क्योंकि GEO-सक्षम कॉन्टेंट निम्न विशेषताओं को ध्यान में रखता है:-

  1. स्पष्ट शीर्षक और उपशीर्षक (H1, H2, H3…): विषय (मुख्य टॉपिक) स्पष्ट करें। उपशीर्षक में संबंधित कीवर्ड/प्रश्न शामिल करें। और छोटे, अर्थपूर्ण व मजबूत वाक्य लिखें।
  2. परिचय, सारांश और निष्कर्ष: शुरुआत में एक संक्षिप्त सार दें। जिसे AI जल्दी-से पढ़ सके। और निष्कर्ष में मुख्य बिंदुओं का पुनरावलोकन शामिल करें।
  3. सूचियाँ और बुलेट पॉइंट: विचारों को संक्षिप्त सूची में रखें। क्योंकि AI Models इन्हें बेहतर समझते हैं।
  4. उदाहरण, केस स्टडी, आंकड़े: स्रोतों से उद्धृत आंकड़े शामिल करें। या शोध का हवाला दें। AI इन्हें अधिक भरोसेमंद मानती है।
  5. प्रश्न-उत्तर (Q&A / FAQ) सेक्शन: हर लेख में यूजर्स के लिए संभावित प्रश्न-उत्तर शामिल करें। यह AI के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।
  6. संबद्ध लेखों के लिंक (Internal Linking): विषय क्लस्टर तैयार करें। जिससे AI यह समझ सके कि यह एक विशेषज्ञ विषय है।
  7. टेक्स्ट की पठनीयता: आपके वाक्य छोटे, अर्थपूर्ण और समझने में आसान होने चाहिए। क्योंकि AI को आसान भाषा, छोटे वाक्य और सुसंगत विचार क्रम पसंद है।

4. E-E-A-T और Trust Signals

SEO में E-E-A-T (Experience, Expertise, Authoritativeness, Trustworthiness) की अवधारणा पहले से प्रचलित है। GEO में भी यही सिद्धांत ज्यादा महत्वपूर्ण है। इसके लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें:-

  • उल्लेख और उद्धरण (Citations / References): आपके कॉन्टेंट को अन्य विश्वसनीय स्रोतों द्वारा संदर्भित किया जाना चाहिए।
  • ब्रांड और लेखक प्रदर्शन (Brand / Author Presence): लेखक का बायो, संस्थागत पेज और सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल का जिक्र करना जरूरी है।
  • तीसरे पक्ष स्रोतों में लिंक: Third-Party Websites द्वारा उल्लेख या लिंक करना।जैसे कि समाचार वेबसाइट, उद्योग पोर्टल आदि।
  • उच्च गुणवत्ता बैकलिंक्स: High Quality Backlinks, विशेषकर प्रतिष्ठित स्रोतों से।
  • अपडेटेड कॉन्टेंट: नवीनतम तथ्यों, अद्यतन तिथियाँ। AI इन संकेतों को पसंद करती है।

5 Feedback & Updation Loop

दरअसल GEO कोई एक बार “सेट-अप करो और भूल जाओ” वाली प्रक्रिया नहीं है। क्योंकि AI Models का व्यवहार समय-समय पर बदलता रहता है। इसीलिए लगातार Feedback लेना और Content को Update करते रहना जरूरी है।

  • A/B परीक्षण: दो संस्करणों (Versions) के बीच तुलना करना।
  • AI-Log और Prompt Replay: यह देखना कि AI आपके कॉन्टेंट को किस तरह इस्तेमाल कर रही है?
  • गिरावट की पहचान: अगर उद्धरण घट रहा हो, तो तुरंत निरीक्षण करना।
  • नए संकेतों का प्रयोग — जैसे नए Metadata, Structured Data, संकेत आदि।

जैसा कि मैंने बताया, Gao et al. ने GEO को एक Black-Box Optimization Framework कहा है। जो निरंतर अनुकूलन (Optimization) पर आधारित है।

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अगर आप अपने Content को लगातार Update नहीं करेंगे! तो वह हमेशा AI-Generated Answers में उद्धृत नहीं किया जाएगा।

GEO Strategies और Practices

फिलहाल Generative Engine Optimization (GEO) एक नया कॉन्सेप्ट है। लेकिन भविष्य में सिर्फ यही एकमात्र विकल्प होगा। इसीलिए SEO to GEO पर शिफ्ट होने का वक्त आ गया है। और इसके लिए GEO Strategies सीखना बहुत जरूरी है। नीचे GEO के लिए कुछ प्रमुख रणनीतियाँ दी गई हैं। जिन्हें अपनाकर आप अपनी AI Visibility को बढ़ा सकते हैं:-

1. Topic & Content Clustering

  • एक मुख्य विषय (Pillar Topic) चुनें।
  • उससे संबंधित उप-प्रश्नों (Subtopics) पर अलग-अलग लेख लिखें।
  • क्लस्टर लिंकिंग (Internal Linking) करें। जिससे AI समझ पाए कि इस विषय में आपकी विशेषज्ञता है।

2. AI-friendly Text Design

  • संक्षिप्त परिचय: पहले 2-3 वाक्यों में प्रमुख उत्तर देने की कोशिश करें।
  • FAQ / Q&A अनुभाग: उपयोगकर्ता प्रश्नों का स्पष्ट रूप से उत्तर दें।
  • बुलेट / संख्या सूची: महत्वपूर्ण बिंदुओं को सूचीबद्ध करें। अर्थात् List बनाएं।
  • उच्च-गुणवत्ता उद्धरण: शोध, रिपोर्ट और तथ्य-सूचक डेटा का हवाला दें।

3. Cornerstone Content

कुछ ऐसे Articles या Pages तैयार करें! जो आपके विषय का सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधित्व करें। यानि कि जो गहन, श्रृंखलाबद्ध और व्यापक हों। और अपने Topic को पूरी तरह Cover करते हों। क्योंकि AI-Generated Answers में यह संभावना बढ़ जाती है कि वह इन Pages को संदर्भित करे।

4. Earned Media और Third-Party Mentions

AI-Search Engine अक्सर तृतीय पक्ष स्रोतों को अधिक भरोसेमंद मानते हैं। जिन्हें Earned Media कहा जाता है। एक अध्ययन में यह निष्कर्ष निकला है कि AI Search Engines नियमित रूप से Earned Media को प्राथमिकता देते हैं। इसलिए,

  • प्रेस रिलीज, समाचार लेख, इंडस्ट्री पोर्टल पर आपके लेखों का समावेश होना चाहिए।
  • तहलका मचाने वाली घटनाओं, शोध, केस स्टडीज साझा करना।
  • विशेषज्ञ लिंक (बैकलिंक) प्राप्त करना।

5. AI-friendly Metadata व Markup

  • JSON-LDschema.org markup
  • llms.txt (या AI-निर्देश फ़ाइल) – एक प्रस्तावित प्रारूप।
  • OpenAI Metadata Directives (जहाँ संभव हो)

6. Update और Fresh Content

AI मॉडल्स लगातार अपडेट होते रहते हैं। और हमेशा नई जानकारी मांगते हैं। इसीलिए अपने पुराने Articles को Re-Update करना, ताज़ा आंकड़े जोड़ना और नया शोध जोड़ना GEO में बेहद जरूरी है।

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अगर आप ऐसा नहीं करेंगे, तो AI आपके Content को Outdated मानकर अपने जवाबों में दिखाना बंद कर देगा।

7. Engine-Specific Optimization

हर Generative Engine (ChatGPT, Gemini, Perplexity आदि) की आंतरिक तर्कशक्ति अलग हो सकती है। उदाहरण के लिए,

  • ChatGPT झुकाव (Bias)
  • Google AI Overviews का प्राथमिक स्रोत चयन।
  • Perplexity की रिट्राइवल पॉलिसी।

आपको यह जानना चाहिए कि किस AI Engine में आपकी ऑडियंस है। और उसके अनुरूप अनुकूलन (Optimization) करना चाहिए।

8. कॉन्टेंट विविधता (Multimodal Content)

हालांकि अभी Multimodal AI Engines अपने शुरुआती दौर में हैं। और सिर्फ Text Generation पर ही अच्छी पकड़ बना पाए हैं। लेकिन भविष्य में AI सिर्फ टेक्स्ट तक सीमित नहीं रहेगा। बल्कि Image, Audio, Video और Interactive Content जनरेट करने में भी Perfect हो जाएगा। इसलिए अपने Content में निम्न चीजें जोड़ें,

  • Images में Alt-Text और विवरण।
  • वीडियो ट्रांसक्रिप्ट
  • ऑडियो/पॉडकास्ट समीक्षा।
  • Infographics और चार्ट

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इस तरह AI आपके Multimedia Content को भी समझ सकेगा। और हर तरह के Content Generation में उद्धृत करेगा। चाहे वह इमेज, ऑडियो, वीडियो हो या कुछ भी हो।

GEO : मापन, विश्लेषण और KPI

GEO की सफलता मापने के लिए आपको नए मेट्रिक्स अपनाने होंगे। क्योंकि पारंपरिक SEO Metrics पूरी इन्फोर्मेशन नहीं देते। इसीलिए Measurement, Analysis और KPI (Key Performance Indicators) को समझने के लिए नये GEO Metrics अपनाने होंगे। उदाहरण के लिए,

1. AI-उद्धरण (Citation Frequency)

  • कितनी बार आपकी वेबसाइट AI-निर्मित जवाबों में उद्धृत हुई?
  • कौन से लेख (URLs) उद्धृत हुए?
  • AI-Share-of-Voice: AI उत्तरों में आपके स्रोतों की कितनी हिस्सेदारी है?

2. AI-स्रोत ट्रैफ़िक (AI-Influenced Traffic)

  • AI इंजन से आने वाला ट्राफ़िक (Source/Medium)
  • AI-based Referrals
  • API-based Queries

3. यूजर व्यवहार संकेत (Behavior Signals)

  • AI से आने वाले उपयोगकर्ताओं की पृष्ठ-विचरण अवधि। (Page Visit Duration)
  • Bounce Rate, Scroll Depth
  • Conversion Metrics (पत्रिका सदस्यता, संपर्क फ़ॉर्म आदि)

4. संकेत (Signals) Health Monitor

  • Structured Data Validation (Schema Errors)
  • सिग्नल परिवर्तन (Metadata Changed, Cues Removed)
  • AI-Logs या Prompt Replay Logs

5. मॉडल परिवर्तन Tracking

  • AI इंजन अपडेट (Version Changes)
  • अपडेट के बाद उद्धरण परिवर्तन
  • क्यों और कैसे उद्धरण घटे/बढ़े? विश्लेषण करना

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इन सभी मापदंडों को Google Analytics, सर्च कंसोल, AI Visibility Tools (जैसे Wix AI Visibility) आदि से Track किया जाना चाहिए। भविष्य में GEO के लिए और भी नये और उपयोगी टूल्स आऐंगे। जिनकी मदद से GEO Strategies की सफलता को मापना और भी आसान हो जाएगा।

GEO से जुड़ी चुनौतियाँ व जोखिम

GEO की दुनिया अभी विकसित हो रही है। और इसकी राह में कई चुनौतियाँ और जोखिम हैं! जिन्हें हमें ध्यान में रखना चाहिए। आइए, इन चुनौतियों (Challenges of GEO) को विस्तार से समझते हैं।

1. “Black-Box” की समस्या

AI इंजन (विशेषकर बड़े LLM) अंदर कैसे निर्णय लेते हैं? यह अक्सर Opaque (अपारदर्शी) होता है। यानि कि आप यह नहीं जान सकते कि AI Engine आपके संकेतों को कैसे संसाधित (Process) करता है।

2. उद्धरण का अस्वीकार (Citation Rejection)

कभी-कभी AI आपके स्रोत को उद्धृत (Quote) नहीं करती। या फिर उसका कोई जरूरी अंश काट देती है। क्योंकि हो सकता है कि AI मॉडल ने उसे कम विश्वसनीय समझा हो। या फिर उसी विषय पर कोई अन्य स्रोत हो, जो आपके स्रोत से ज्यादा लोकप्रिय हो।

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लेकिन यह सिर्फ एक अंदाजा है। Rejection के पीछे की असली वजह समझना बहुत मुश्किल है। और यह AI Search Optimization की एक बड़ी चुनौती है।

3. बड़े ब्रांड पूर्वाग्रह (Big Brand Bias)

अध्ययन बताते हैं कि AI Search मॉडल्स बड़े, प्रतिष्ठित और लोकप्रिय BrandsSources को अधिक प्राथमिकता देते हैं। इस वजह से छोटे खिलाड़ियों के लिए GEO (Generative Engine Optimization) बेहतर करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

4. Misinformation और Hallucination

यदि आपके कॉन्टेंट में गलतियां हों। और AI उसे उद्धृत करती है! तो इससे गलत जानकारी (Misinformation) फैल सकती है। इसके अलावा AI कभी-कभी “Hallucination” करती है। अर्थात् काल्पनिक स्रोतों का निर्माण कर लेती है।

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खासकर तब, जब संकेत कम हों या बिल्कुल न हों। ऐसी स्थिति में अगर आपने Fact-Check नहीं किया। और AI-Generated Content को सीधे ही पब्लिश कर दिया! तो यह गलत जानकारी फैलने का एक बड़ा कारण बन सकता है।

5. एथिक्स (Ethics) और नैतिकता

GEO के ज़रिए ज्ञान को नियंत्रित करना नैतिक सवाल खड़े कर सकता है। खासकर तब, जब व्यापारिक हित जुड़े हों। उदाहरण के लिए, पैसे लेकर किसी Brand का Promotion करना। और उसकी कमियां छुपाना, इसी श्रेणी में आता है। ऐसे में हमें खुद से यह सवाल पूछना चाहिए कि क्या हम उपयोगकर्ता को निष्पक्ष जानकारी दे रहे हैं? या सिर्फ खुद को बढ़ावा दे रहे हैं?

6. परिवर्तनशीलता (Volatility)

परिवर्तन संसार का नियम है। और GEO भी इससे अछूता नहीं है। AI मॉडल, खोज नीति, Policy Update आदि समय-समय पर बदलते रहते हैं। जिससे GEO Strategies समय के साथ अप्रासंगिक (Irrelevant) हो सकती हैं।

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इन जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, GEO प्रयासों को सतर्क एवं निरंतर अनुकूलन योग्य बनाना आवश्यक है।

अपने Blog या Website का GEO कैसे करें?

यदि आप अपने Blog, Website या Digital Platform का Complete GEO करना चाहते हैं। और उसे वर्तमान और भविष्य दोनों के लिए GEO-Friendly बनाना चाहते हैं! तो नीचे कुछ शुरुआती कदम हैं, जिनकी मदद से आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट को GEO-Friendly बना सकते हैं। तो आइए, जानते हैं कि How To Do Complete GEO? :-

  1. अपने प्रमुख लेखों की समीक्षा करें। क्या उनमें स्पष्ट शीर्षक, FAQ, उद्धरण और Structured Data हैं?
  2. पुराने लेखों को अपडेट करें। नवीनतम तथ्य, नए आंकड़े, और AI-उद्धरण संकेत शामिल करें।
  3. नए लेख लिखते समय GEO-first सोच अपनाएँ। पहले AI उपयोग को ध्यान में रखें।
  4. AI Visibility Tools (यदि उपलब्ध हो) लगाएँ। जैसे कि Wix का AI Visibility Overview टूल।
  5. AI लॉग, Prompt Replay और उद्धरण डेटा को निरंतर मॉनिटर करें।
  6. Earned Media का निर्माण करें। प्रेस, उद्योग लेख, पोर्टल्स में सामग्री योगदान (Guest Posting) करें।
  7. भाषा और मॉडल विशेष अनुकूलन पर ध्यान दें। अगर आपकी ऑडियंस हिंदी बोलती है! तो Hindi GEO रणनीति जरूरी होगी।

GEO भविष्य और संभावनाएँ

हालांकि GEO (Generative Engine Optimization) अभी शुरुआती अवस्था में है। लेकिन इसका भविष्य काफी उज्जवल है। भविष्य में हमें GEO में निम्न रुझान और विकास देखने को मिलेंगे:-

1. मल्टीमॉडल GEO (Multimodal GEO)

भविष्य के AI Engines टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और वीडियो को संयुक्त रूप से समझेंगे। इसलिए Content Optimization में Multimedia (इमेज + Transcript + Alt-text + वीडियो टैग) शामिल होगा।

2. Recommendation Engines के साथ समेकन

GEO प्रतिक्रिया देने वाले AI Engines सिर्फ प्रश्न-उत्तर नहीं करेंगे। बल्कि उपयोगकर्ता को पैसे बचाने वाली सिफारिशें देगी। कंपनियाँ GEO रणनीति को Recommendation Flows, Chatbot Flows, Guided Journeys से जोड़ेंगी।

3. GEO Platforms और GEO Tools

भविष्य में GEO-Specific Tools, सॉफ्टवेयर और प्लेटफ़ॉर्म बनेंगे। जो AI Search Engine Optimization को और भी ज्यादा आसान बना देंगे। और आप सारे GEO Metrics को एक ही Interface से देख और कंट्रोल कर पाऐंगे। जैसे कि :-

  • AI Visibility (कितनी बार उद्धृत हुई)
  • Signal Recommendation देना।
  • Prompt Replay और Log Analysis
  • AI-इंजन (जैसे ChatGPT, Gemini, Perplexity) के अनुरूप अंश देने की सुविधा।

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Wix ने पहले ही एक AI Visibility Overview फीचर पेश किया है। जो GEO की दिशा में एक शानदार शुरुआत है।

4. Language और Multilingual GEO

AI इंजन विभिन्न भाषाओं में जानकारी देने में सक्षम होंगे। इसलिए GEO Strategy में भाषा-विशिष्ट अनुकूलन जरूरी होगा। खासकर भारत जैसे देशों के लिए, जहां कई सारी भाषाएं बोली जाती है। ऐसे में Language Specific Optimization (हिन्दी, मराठी, तमिल आदि) करना बेहद ज़रूरी हो जाएगा।

5. AI-Model Interoperability और API समेकन

आपको बताना चाहूंगा कि AI Model Interoperability का मतलब है, अलग-अलग AI मॉडल्स को एक साथ काम करने लायक बनाना। और API Integration का मतलब है, अलग-अलग Apps या Systems को एक साथ जोड़कर एक Unified Intelligent System बनाना।

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जल्द ही AI Engine API के माध्यम से सीधे बातचीत करेंगे। जैसे कि ChatGPT Plugins, PaLM API, Vision API, Speech API इत्यादि। कंपनियां API Integration के माध्यम से एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी सेवाऐं उपलब्ध करवा पाएंगी। और GEO-स्तर पर API-Level Optimization होगा। 

6. GEO मानकीकरण एवं प्रमाणन

जैसा कि आप जानते हैं SEO में SEO Audit और SEO Certifications होते हैं। लेकिन अभी Generative Engine Optimization (GEO) में ऐसा कोई मानक या प्रमाणन नहीं है। परन्तु भविष्य में GEO में भी GEO Audit और GEO Certification सामने आ सकते हैं।

GEO (Generative Engine Optimization) : सारांश

कुल मिलाकर GEO (जनरेटिव इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन) डिजिटल युग की एक नई अवधारणा है। एक ऐसी रणनीति जो हमें AI-Generated Replies की दुनिया में अपनी जगह सुनिश्चित करने में मदद करती है। लेकिन इसके लिए आपको आवश्यक संकेत, संरचना और लेखन शैली पर ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही Topic Clusters, Earned Media और AI-Metadata जैसी GEO Strategies को अपनाने की जरूरत है।

अवश्य पढ़ें: Google Disavow Tool क्या है? इसे कैसे इस्तेमाल करें?

उम्मीद है इस आर्टिकल के जरिए आपको GEO (Generative Engine Optimization) Kya Hai? यह कैसे काम करता है? SEO vs GEO में क्या फर्क है? प्रमुख GEO Strategies कौन-कौनसी हैं? GEO-Friendly Content कैसे लिखें? और अपने Blog या Website का Complete GEO कैसे करें? इन तमाम सवालों का जवाब मिल गया होगा।

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GEO (Generative Engine Optimization) : FAQs

1. GEO (Generative Engine Optimization) क्या है?

उत्तर: GEO (Generative Engine Optimization) एक नई SEO तकनीक है! जो Generative AI Search Engines (जैसे कि ChatGPT, Gemini, Perplexity आदि) में Content की दृश्यता (Visibility) बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाती है।

2. GEO vs SEO में क्या फर्क है?

उत्तर: SEO का उद्देश्य Content को पारंपरिक सर्च इंजन्स (Google, Bing आदि) में Rank करवाना है। जबकि GEO का लक्ष्य Content को AI Chatbots और Generative Engines के जवाबों में उद्धृत (Quote) करवाना है।

3. GEO कैसे काम करता है?

उत्तर: जीईओ LLMs (Large Language Models) की मदद से काम करता है। इसीलिए कॉन्टेंट को इस तरह ऑप्टिमाइज़ किया जाता है कि वह LLMs को आसानी से समझ में आए। जैसे कि, स्पष्ट भाषा, Structured Headings, Citations और Context-rich जानकारी देना।

4. GEO क्यों ज़रूरी है?

उत्तर: क्योंकि अब यूज़र्स “Google Search” की बजाय AI Chatbots या Generative Engines से सीधे सवाल पूछते हैं। इसीलिए GEO अपनाने से आपका Content इन AI जवाबों में शामिल और उद्धृत हो सकता है।

5. GEO के लिए उपयोगी टूल्स कौन-कौनसे हैं?

उत्तर: GEO आधारित Content Research और Optimization के लिए प्रमुख टूल्स हैं:-

  • ChatGPT
  • Perplexity AI
  • Google Gemini
  • Frase.io
  • MarketMuse

6. GEO के प्रमुख तत्व (Key Elements) कौन-कौनसे हैं?

उत्तर: ये हैं GEO के प्रमुख Key Elements:-

  • Semantic Optimization
  • Entity-Based Writing
  • Authoritative Citations
  • Structured Data (JSON/Schema)
  • Conversational Query Targeting

7. GEO का भविष्य क्या है?

उत्तर: GEO का भविष्य बेहद उज्जवल है। क्योंकि यह भविष्य का Next-Level SEO है। और आने वाले समय में ब्रांड्स को AI Search Visibility बढ़ाने के लिए GEO को अपनाना ही होगा।

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