छोड़कर सामग्री पर जाएँ
मुख्यपृष्ठ » Blog » Explanation (Category) » Technical SEO

Technical SEO क्या है? यह क्यों जरूरी है? कैसे करें?

Technical-SEO-Kya-Hai

यह ‘एसईओ’ सीरीज का चौथा भाग है। इससे पहले हम SEO (परिचय), On-Page SEO और Off-Page SEO के बारे में विस्तार से बात कर चुके हैं। आज इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हम टेक्निकल एसईओ के बारे में बात करेंगे। और जानेंगे कि Technical SEO Kya Hai? कैसे काम करता है? Technical SEO Factors कौन-कौनसे हैं? जिन पर हमें काम करने की जरूरत है? Technical Errors को कैसे Fix करें? और अपने Blog या Website का Complete Technical SEO कैसे करें? तो आइए, विस्तार से जानते हैं।

Technical SEO (टेक्निकल एसईओ)

हम रोज घंटों लगाकर रिसर्च करते हैं। बेहतरीन Content लिखते हैं। और फिर एक उम्मीद के साथ उसे पब्लिश करते हैं कि वह SERP (Search Engine Results Page) पर अच्छी पॉजीशन पर Rank करेगा। और हमारे ब्लॉग को बढिया ट्राफिक मिलेगा। लेकिन अगर आपके कॉन्टेंट में दम है। और फिर भी आपके ब्लॉग पर Traffic नहीं आ रहा! तो कुछ तो गड़बड़ है ना बॉस? बस! यहीं पर एंट्री होती टेक्निकल एसईओ (Technical SEO) की।

अवश्य पढ़ें: SEO क्या है? अपने ब्लॉग या वेबसाईट का एसईओ कैसे करें?

अब “टेक्निकल” शब्द सुनते कई लोगों के मन में Coding, Server, Database और कई तरह की Compex चीजें घूमने लगती हैं। लेकिन मैं आपको बता दूं कि यह उतना भी मुश्किल नहीं है! जितना आपको लगता है। खैर, आइए! पहले यह समझते हैं कि यह टेक्निकल एसईओ (Technical Search Engine Optimization) है क्या बला? और हम Bloggers को इसकी क्या पड़ी है?

Technical SEO क्या है?

टेक्निकल एसईओ, Search Engine Optimization की एक प्रक्रिया है! जिसमें वेबसाइट की तकनीकी समस्याओं को ठीक करके उसे सर्च इंजन्स के लिए अधिक अनुकूल बनाया जाता है। आसान शब्दों में, Technical SEO वेबसाइट की तकनीकी संरचना को ऑप्टिमाइज़ करने की एक प्रक्रिया है। ताकि सर्च इंजन्स (Google, Bing, आदि) आसानी से वेबसाइट को Crawl, Index और Rank कर सकें।

अवश्य पढ़ें: On-Page SEO क्या है? यह क्यों जरूरी है? कैसे करें?

यह ऑन-पेज और ऑफ-पेज SEO से अलग है। क्योंकि यह सीधे वेबसाइट के Backend (कोड, सर्वर, स्पीड, स्ट्रक्चर) से जुड़ा होता है। Technical Search Engine Optimization में निम्नलिखित Practices शामिल हैं:-

  • क्रॉलेबिलिटी (Crawlability): सर्च इंजन बॉट्स को वेबसाइट के पेजेज तक पहुँचने में आसानी हो।
  • इंडेक्सिंग (Indexing): Google वेबसाइट के पेजेज को अपने डेटाबेस में स्टोर करे।
  • वेबसाइट स्पीड (Speed): पेज लोडिंग टाइम कम हो।
  • मोबाइल-फ्रेंडली (Mobile-Friendly): वेबसाइट मोबाइल डिवाइस पर अच्छी तरह दिखे।
  • सिक्योरिटी (Security): HTTPS और SSL सर्टिफिकेट जरूर हो।  

अगर आपकी वेबसाइट टेक्निकली सही नहीं है! तो चाहे आप कितना भी अच्छा कंटेंट बनाएँ! Google उसे रैंक नहीं करेगा।

Technical SEO कैसे काम करता है?

जब कोई सर्च इंजन (जैसे Google) किसी वेबसाइट को क्रॉल करता है। तो वह निम्न चरणों का पालन करता है:-

  1. क्रॉलिंग (Crawling): Google Bots जिन्हें Crawlers कहा जाता है! वेबसाइट के लिंक्स को फॉलो करके Pages को स्कैन करते हैं।
  2. इंडेक्सिंग (Indexing): क्रॉल किए गए पेजेज को Google के डेटाबेस में स्टोर किया जाता है।
  3. रैंकिंग (Ranking): इंडेक्स किए गए पेजेज को सर्च रिजल्ट्स में दिखाया जाता है।

लेकिन अगर Technical SEO खराब है! तो Google Bots वेबसाइट को ठीक से Crawl नहीं कर पाएँगे। जिससे कुछ Pages Index नहीं होंगे। साथ ही Site Slow होगी, जिससे यूजर एक्सपीरियंस खराब होगा। और Search Results में Ranking नहीं मिलेगी

Technical SEO क्यों जरूरी है?

एक Website के लिए Technical SEO बहुत जरूरी है। यह Google को वेबसाइट समझने में मदद करता है। अगर साइट का Structure खराब है! तो Google उसे ठीक से Index नहीं कर पाएगा। इसके अलावा Technical SEO यूजर एक्सपीरियंस (UX) को बेहतर बनाता है। फास्ट लोडिंग, मोबाइल-फ्रेंडली और सिक्योर वेबसाइट यूजर्स को पसंद आती है।

अवश्य पढ़ें: Off-Page SEO क्या है? कैसे करें? (स्टेप-बाइ-स्टेप गाइड)

टेक्निकल एसईओ, Duplicate Content और क्रॉल बजट की समस्याएँ भी खत्म करता है। क्योंकि सही Robots.txt और Canonical Tags का उपयोग करके डुप्लीकेट कंटेंट से बचा जा सकता है। साथ ही वेबसाइट की SERP Ranking भी बढ़ाता है। क्योंकि Google अच्छी तकनीकी वाली Websites को High Rank देता है।

Technical SEO Factors 

अगर आप एक Blogger या Website Owner हैं! तो आपको पता होना चाहिए कि एक वेबसाइट में तकनीकी से जुड़े कौन-कौनसे Factors होते हैं? और उन्हें कैसे Optimize किया जाता है? क्योंकि बिना Technical SEO Optimization के कोई Website Rank नहीं कर सकती। इसीलिए बतौर एक ब्लॉगर, आपको सभी Technical SEO Factors के बारे में जानकारी होनी चाहिए। यहां हम सभी फैक्टर्स की एक लिस्ट (Technical SEO Checklist) दे रहे हैं। जिनके बारे में हम आगे विस्तार-से बात करेंगे।

  • वेबसाइट स्पीड (Page Speed)
  • मोबाइल-फ्रेंडलीनेस (Mobile-Friendliness)
  • सिक्योरिटी (HTTPS/SSL)
  • Site Structure व URL Structure
  • XML साइटमैप (XML Sitemap)
  • रोबोट्स.टीएक्स्टी (Robots.txt)
  • कैनोनिकल टैग्स (Canonical Tags)
  • स्कीमा मार्कअप (Schema Markup)
  • कोर वेब वाइटल्स (Core Web Vitals)
  • साइट ऑडिट/मॉनिटरिंग (Site Audit)
  • इंटरनेशनल एसईओ (International SEO)

Technical SEO कैसे करें?

अब सवाल यह है कि अपनी वेबसाइट का कंपलीट टेक्निकल एसईओ कैसे करें? How to do Technical SEO? तो टेक्निकल एसईओ वेबसाइट की Backend Optimization की एक प्रक्रिया है! जो Search Engine को वेबसाइट को बेहतर तरीके से क्रॉल, इंडेक्स और रैंक करने में मदद करती है। यहां पूरी प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से समझाई गई है। Complete Technical SEO (Step by Step Guide):-

1. Crawlability

जरा सोचिए कि सर्च इंजन बॉट्स (Crawlers) आपकी वेबसाइट पर आऐं! और वेबसाइट को Crawl नहीं कर पाऐं! तो क्या होगा? जाहिर-सी बात है, सर्च इंजन्स आपकी वेबसाइट और उसके Webpages को Index और Rank नहीं कर पाऐंगे? है ना? इसीलिए Search Engine Bots को आपकी Website के सभी महत्वपूर्ण पेजेज तक पहुंचने में सक्षम होना चाहिए। और इसके लिए आप निम्नलिखित Steps को फॉलो कर सकते हैं:-

(1). Robots.txt फाइल चेक करें। यदि रोबोट्स.txt फाइल नहीं है, तो Create करें। और यह सुनिश्चित करें कि Search Engine Bots Allowed हों। और साइट के जरूरी Pages ब्लॉक न हों।

User-agent: *

     Disallow: /admin/

     Disallow: /tmp/

     Allow: /

(2). XML Sitemap जनरेट करें। ध्यान रहे, साइटमैप (sitemap.xml) में सभी महत्वपूर्ण URLs शामिल होने चाहिए। उसके बाद अपना साइटमैप Google Search Console में सबमिट करें।

अवश्य पढ़ें: Sitemap क्या है? इसे सर्च इंजन्स को कैसे सबमिट करें?

(3). Crawl Errors को ठीक करें। Google Search Console में जाऐं। और 404, 500 Errors, Soft 404, Redirect Loop आदि को ठीक करें।

2. Indexing Optimization

इंडेक्सिंग ऑप्टिमाइजेशन का मतलब है, सर्च इंजन्स को यह बताना कि वे क्या Index करें? और क्या नहीं? Search Engines को केवल उन्हीं पेजेज को इंडेक्स करने दें! जो यूजर्स के लिए उपयोगी हों। Website के हरेक पेज को Index करना जरूरी नहीं होता है। जैसे कि Admin या Login पेज, Internal Search Results, 404, 405 Error पेज आदि। Indexing Optimization के लिए निम्न Steps फॉलो करें :-

(1). Noindex Tag चेक करें। साइट के बेहद जरूरी पेजेज (जैसे कि ब्लॉग-पोस्ट्स, प्रोडक्ट पेज आदि) पर ‘noindex‘ टैग न लगा हो। क्योंकि जिस पेज के html में यह टैग होगा, सर्च इंजन्स उसे Index नहीं करेंगे। उदाहरण के लिए,

html

     <meta name="robots" content="noindex, nofollow">

(2). Canonical Tag का उपयोग करें। क्योंकि यह आपको Duplicate Content से बचाता है। इसीलिए वेबसाइट के प्रत्येक पेज के लिए Canonical URL जरूर सेट करें। जैसे कि :

html  

     <link rel="canonical" href="https://techsevi.com/technical-seo/" />

(3). Index Status चेक करें। Google Search Console में “URL Inspection” टूल से चेक करें कि पेज इंडेक्स हुआ है या नहीं।

3. Page Speed Optimization

अगर आपकी Site Slow है! और Pages को लोड होने में 3-4 सैकण्ड या उससे भी ज्यादा समय लग रहा है! तो यह एक गंभीर समस्या है। क्योंकि पेज लोडिंग स्पीड Technical SEO और User Experience दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। और गूगल इसे एक महत्वपूर्ण Ranking Factor मानता है। इसीलिए Site Loading Speed पर खास ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए निम्न स्टेप्स फॉलो करें:-

(1). Page Speed Test करें। इसके लिए आप Google PageSpeed Insights और GTmetrix जैसे टूल्स की मदद ले सकते हैं। यदि PageSpeed Score डेस्कटॉप पर 90+ और मोबाइल पर 70+ आ रहा है! तो काफी अच्छा स्कोर है। लेकिन अगर स्कोर कम है! तो Optimization की जरूरत है।

अवश्य पढ़ें: Slow WordPress Site को कैसे ठीक करें? स्कोर 99/100

(2). Image Optimization करें। WebP फॉर्मेट में Compressed Images यूज करें। साथ ही Lazy Loading को इनेबल करें। या ‘loading=”lazy”‘ Attribute यूज करें।

(3). CSS/JS Minify और Defer करें। यह रेंडर ब्लॉकिंग को कम करने और Page Speed को बढ़ाने में मदद करता है। इसके लिए ‘async‘ या ‘defer‘ का उपयोग करें।

(4). Caching और CDN यूज करें। ब्राउजर कैशिंग (‘Cache-Control‘ हेडर) और Cloudflare जैसे CDN का उपयोग करें।

4. Mobile-Friendly & Responsive Design

आजकल ज्यादातर लोग मोबाइल डिवाइस पर इंटरनेट यूज करते हैं। और हर ऑनलाइन काम भी मोबाइल से ही करते हैं। इसीलिए गूगल, Mobile-First Indexing का उपयोग करता है। और इसके लिए आपकी वेबसाइट को प्रत्येक मोबाइल डिवाइस पर ठीक-से प्रदर्शित होना जरूरी है। यानि कि Mobile UX अच्छा होना चाहिए। और इसके लिए आप निम्न स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं :-

(1). Mobile-Friendly Test करें। और देखें कि सभी पेजेज Responsive हैं या नहीं। इसके लिए आप Google’s Mobile-Friendly Test और Lighthouse (Chrome Extention) टूल का उपयोग कर सकते हैं।

अवश्य पढ़ें: Keyword Stuffing क्या है? इससे क्यों और कैसे बचें?

(2). Viewport Meta Tag सेट करें। उदाहरण के लिए,

html  

   <meta name="viewport" content="width=device-width, initial-scale=1.0">

(3). Touch Friendly Navigation अपनाऐं। Touch Elements (बटन, लिंक्स) के बीच पर्याप्त Space छोड़ें। और Interective Elements 48px से बड़े रखें। ताकि उन्हें टच या टैप करना आसान हो।

(4). Font Size & Colors पर खास ध्यान दें। ऐसे Font और Color-Scheme का उपयोग करें। जो पढ़ने में आसान हों।

5. Security (HTTPS/SSL)

गूगल सिक्योर वेबसाइट्स को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। क्योंकि वेबसाइट सुरक्षा न केवल उपयोगकर्ताओं के विश्वास के लिए महत्वपूर्ण है। बल्कि यह एक Important Ranking Factor भी है। इसीलिए अपनी वेबसाइट को Users के लिए सुरक्षित बनाऐं। कैसे? आइए, जानते हैं:-

(1). SSL Certificate इंस्टॉल करें। SSL सर्टिफिकेट वेबसाइट के URL को HTTP से HTTPS में बदल देता है। जो साइट की सुरक्षा (S – Secure) को दर्शाता है। आप Let’s Encrypt से Free SSL प्राप्त कर सकते हैं। या फिर ज्यादातर प्रोवाइडर्स Domain Name या Hosting के साथ Free SSL Certificate देते हैं।

(2). Security Headers एड करें। जैसे कि ‘X-Content-Type-Options: nosniff’ और ‘X-Frame-Options: SAMEORIGIN’. जो क्लिकजैकिंग से बचाव करते हैं। इसी तरह ‘Content-Security-Policy’ (CSP) है, जो क्रॉस-साइट स्क्रिप्टिंग (XSS) जैसे हमलों को रोकता है।

अवश्य पढ़ें: Firewall क्या है? यह कैसे काम करता है? और क्यों जरूरी है?

(3). Mixed Content Issues को ठीक करें। अपनी वेबसाइट पर सभी URLs को एक जैसे फॉर्मेट में रखें। जैसे कि सभी HTTP लिंक्स को HTTPS में बदलें।

6. Structured Markups (Schema)

सर्च रिजल्ट्स में Rich Snippet पाने के लिए स्कीमा मार्कअप (Schema Markup) जरूरी है। इसके लिए आप निम्न स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं :-

(1). Schema Markup जोड़ें। अपनी साइट के प्रत्येक Page के html में JSON-LD फॉर्मेट में स्कीमा मार्कअप जोड़ें। जैसे कि एक Article के लिए निम्न कोड जोड़ सकते हैं :-

html  

     <script type="application/ld+json">  

     {  

       "@context": "https://schema.org",  

       "@type": "Article",  

       "headline": "Technical SEO Guide",  

       "author": {  

         "@type": "Person",  

         "name": "Meghraj Munshi"  

       }
    </script>

(2). Google’s Rich Results Test से वेरिफाई करें। और देखें कि Search Results में Rich Snippet दिखाई दे रहा है या नहीं?

7. Core Web Vitals

गूगल ने 2021 में कोर वेब वाइटल्स को Ranking Factor के रूप में पेश किया था। ये मेट्रिक्स उपयोगकर्ता अनुभव को मापते हैं। और इसमें निम्नलिखित Metrics शामिल हैं:-

  • Largest Contentful Paint (LCP): मुख्य सामग्री के लोड होने में लगने वाला समय।
  • First Input Delay (FID): उपयोगकर्ता के पहले इंटरैक्शन की प्रतिक्रिया का समय।
  • Cumulative Layout Shift (CLS): पेज की दृश्य स्थिरता।

इन मैट्रिक्स के लिए अपनी वेबसाइट का Page Speed Test करें। आपको ये सारे मैट्रिक्स दिख जाऐंगे। Core Web Vitals Optimization के लिए आप निम्नलिखित तरीके अपना सकते हैं :-

(1). LCP में सुधार करें। सर्वर प्रतिक्रिया समय (Server Response Time) को कम करें। और Render Blocking Resources को हटाएं।

(2). FID में सुधार करें। इसके लिए JavaScript निष्पादन समय को कम करें।

(3). CLS में सुधार करें। Images और Ads के लिए निश्चित आयाम सेट करें।

8. URL Structure & Linking

यूआरएल स्ट्रक्चर, एक मामूली-सी चीज लगती है। लेकिन यह Technical SEO के लिए बहुत खास है। URLs जितने सिम्पल और छोटे होंगे, उतना अच्छा। साथ ही प्रोपर Internal Linking भी जरूरी है। क्योंकि यह साइट की Crawlability को बढ़ाती है। इसके लिए आप निम्न स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं :-

अवश्य पढ़ें: Content Marketing क्या है? 12 कंटेंट मार्केटिंग विचार

(1). लॉजिकल और सिम्पल URL Structure यूज करें। उदाहरण के लिए, 

  • https://techsevi.com/technical-seo/ (अच्छा यूआरएल) 
  • https://techsevi.com/post123?id=456 (खराब यूआरएल)

(2). Internal Linking Optimization पर ध्यान दें। और केवल Relevant Pages को आपस में लिंक करें। साथ ही क्लिक डेप्थ कम रखें। हर पेज, होमपेज से 3-4 क्लिक्स में एक्सेसिबल होना चाहिए।

(3). Broken Links को ठीक करें। क्योंकि ये SEO के लिए काफी घातक हैं। इसके लिए आप Screaming Frog जैसे टूल्स की मदद ले सकते हैं। और सभी Broken Links को ढूंढकर Fix कर सकते हैं।

9. Site Audit & Monitoring

अपनी वेबसाइट को लगातार Audit और Monitor करते रहें। इसके लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें :-

(1). Website Track करें। Google Search Console और Google Analytics की मदद से लगातार ट्रैक करते रहें। ताकि कोई भी समस्या होने पर उसे तुरंत ठीक किया जा सके।

(2). Site Audit के लिए आप Ahrefs या Screaming Frog जैसे टूल्स की मदद ले सकते हैं।

10. International SEO

यदि आप Multiple Countries को Target कर रहे है! तो आपको International SEO Optimization पर खास ध्यान देना चाहिए। यह Business Websites के लिए बहुत जरूरी है! जो अलग-अलग Country में अपना प्रोडक्ट या सर्विस मुहैया करवाती हैं। इसके लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें।

अवश्य पढ़ें: Video SEO क्या है? Youtube वीडियोज का SEO कैसे करें?

(1). hreflang tag यूज करें। यदि आपकी वेबसाइट एक ही Content को अलग-अलग भाषाओं में प्रदान करती है! तो hreflang tag का उपयोग करें। जैसे कि :-

html

<link rel="alternate" hreflang="en" href="https://example.com/en/page" />

<link rel="alternate" hreflang="hi" href="https://example.com/hi/page" />

(2). Country Specific TLDs यूज करें। TLDs (Top Level Domains) या सब-डायरेक्टरीज यूज करें। जैसे कि भारत के लिए .in और चीन के लिए .cn डोमेन नेम का उपयोग करें।

Technical SEO : सारांश

टेक्निकल SEO वेबसाइट की नींव है। अगर यह मजबूत नहीं है! तो आपकी साइट कभी भी अच्छी Ranking नहीं पा सकती। इसलिए, साइट स्पीड, मोबाइल फ्रेंडलीनेस, सिक्योरिटी और स्ट्रक्चर पर ध्यान दें। Technical SEO एक बार की प्रक्रिया नहीं है। इसे नियमित रूप से Check और Update की जरूरत होती है। उपरोक्त सभी स्टेप्स फॉलो करके आप अपनी वेबसाइट को Search Engines के लिए पूरी तरह Optimize कर सकते हैं।

अवश्य पढ़ें: Keyword Research क्या है? कीवर्ड रिसर्च कैसे करें?

उम्मीद है इस आर्टिकल के जरिए आपको Technical SEO Kya Hai? कैसे काम करता है? यह क्यों जरूरी है? इसके मुख्य फैक्टर्स (Technical SEO Factors) कौन-कौनसे हैं? और एक वेबसाइट का Complete Technical SEO कैसे करें? इन सभी सवालों का जवाब मिल गया होगा। अगर यह आर्टिकल आपको पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर जरूर कीजिएगा। साथ ही टेकसेवी डॉट इन को सब्सक्राइब कर लीजिए। ताकि नया आर्टिकल पब्लिश होते ही आपको नोटिफिकेशन मिल जाए। धन्यवाद!

Technical SEO : प्रश्नोत्तरी 

1. टेक्निकल एसईओ क्या है और यह क्यों जरूरी है?

उत्तर: टेक्निकल एसईओ, Search Engine Optimization की एक प्रक्रिया है! जिसमे वेबसाईट की तकनीकी सरंचना को Optimize किया जाता है। ताकि Search Engines उसे आसानी से Crawl, Index और Rank सकें। Technical SEO इसलिए जरूरी है! क्योंकि यह सर्च इंजनों को आपकी वेबसाईट को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। और High Ranking की संभावना को बढ़ाता है।

2. क्या साइट स्पीड SEO के लिए जरूरी है?

उत्तर: हाँ, Google पेज स्पीड को एक Important Ranking Factor मानता है।

3. XML साइटमैप क्या होता है?

उत्तर: यह एक फाइल होती है! जो Google को वेबसाइट के सभी महत्वपूर्ण पेजेज के बारे में जानकारी देती है।

4. क्या HTTP वेबसाइट को रैंक मिल सकती है?

उत्तर: हाँ, लेकिन HTTPS वाली साइट्स को विशेष प्राथमिकता मिलती है।

5. Robots.txt और Meta Robots में क्या अंतर है?

उत्तर: Robots.txt सर्वर-लेवल पर क्रॉलिंग नियंत्रित करता है। जबकि Meta Robots पेज-लेवल पर इंडेक्सिंग को नियंत्रित करता है।

प्रातिक्रिया दे

You cannot copy content of this page