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Off-Page SEO क्या है? कैसे करें? (स्टेप-बाइ-स्टेप गाइड)

Off-Page-SEO-Kya-Hai

पिछले भाग में हमने ऑन-पेज एसईओ के बारे में बात की थी। और विस्तार से जाना था कि ऑन-पेज एसईओ क्या है? कैसे काम करता है? और एक ब्लॉग या वेबसाइट का कंपलीट ऑन-पेज एसईओ कैसे किया जाता है? आज इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हम SEO के दूसरे प्रकार यानि कि Off-Page SEO (Off-Site SEO) के बारे में बात करेंगे। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि Off-Page SEO Kya Hai? यह कैसे काम करता है? इसके कौन-कौनसे Elements हैं? उन्हें किस तरह Optimize किया जाता है? और एक Blog अथवा Website का Complete Off-Page SEO कैसे किया जाता है?

अगर आप Off Page SEO या Off Site SEO के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं! तो यह आर्टिकल खास आपके लिए है। इसीलिए इसे पूरा पढ़िएगा। मैं गारंटी देता हूंँ कि इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपके मन में ऑफ-पेज एसईओ से रिलेटेड कोई भी सवाल नहीं रहेगा। आप Off-Page SEO के एक-एक Element से परिचित हो जाऐंगे। और अपनी वेबसाइट का Complete Off-Page Optimization कर पाऐंगे।

Off-Page SEO

ऑफ-पेज एसईओ, Search Engine Optimization की एक महत्वपूर्ण रणनीति है। हालांकि यह एक धीमी और समय लेने वाली प्रक्रिया है। लेकिन Ranking के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसीलिए बतौर एक Blogger आपको Off-Page Optimization पर खास ध्यान देना चाहिए। वैसे आपको बता दूँ कि किसी Page के लिए ढ़ेर सारी Backlinks बनाना Off Page SEO नहीं होता।

ऑफ-पेज एसईओ एक बहुत ही व्यापक और विस्तृत विषय है। जिसमें Link Building एक महत्वपूर्ण टॉपिक है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि किसी पेज के लिए ढ़ेर सारी बैकलिंक्स बनाते ही वह Top पर Rank करने लगेगा। या Backlink नहीं बनाने पर Rank ही नहीं करेगा। क्योंकि गूगल ने Officially कभी नहीं कहा कि आपके पेज को रैंक कराने के लिए Backlinks बनाना जरूरी है। गूगल के अनुसार, बैकलिंक्स केवल दूसरी साइट्स पर मौजूद वे References हैं! जो आपकी वेबसाइट की तरफ इशारा (Point) करते हैं। बस!

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क्योंकि लोग केवल अपनी पसंदीदा सामग्री का ही Reference देते हैं। जैसे कि ईंट भट्टा व्यवसाय में, जब आपकी ईटें सस्ती और उच्च Quality की होती हैं! तो आपको अपने ग्राहकों से ही कई सारे Referrals मिल जाते हैं। बिल्कुल इसी तरह Backlinks काम करती हैं।

लेकिन जैसा कि मैंने कहा, सिर्फ Backlinks बनाना ऑफ-पेज एसईओ नहीं है। ऑफ-पेज एसईओ इससे कहीं अधिक और व्यापक है। लेकिन यह ऑफ-पेज एसईओ है क्या? What is off-Page SEO? और यह काम कैसे करता है? साथ ही Off-Page SEO Factors कौन-कौनसे हैं? और एक Blog या Website का कंपलीट Off Page SEO (Off-Page Search Engine Optimization) कैसे किया जाता है? आइए, विस्तार से जानते हैं।

Off-Page SEO क्या है? 

ऑफ-पेज एसईओ, उन Techniques को संदर्भित करता है! जो आप अपनी वेबसाइट की SERP Ranking बढ़ाने के लिए दूसरी Website पर Perform करते हैं। अर्थात् जो Optimization आप अपनी वेबसाइट से बाहर (दूसरी वेबसाइट्स पर) करते हैं! वह Off Page SEO कहलाता है। जैसे कि Guest Posting करना। Forum Posting करना। Blog Commenting करना। Directory Submissions करना। Social Media Sharing आदि। Off-Page SEO दूसरी वेबसाइट्स से आपकी Website पर Traffic लाने और Trust Build करने में मदद करता है।

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हालाँकि ज्यादातर लोग Off Page SEO का मतलब सिर्फ Link Building समझते हैं। पर ऐसा नहीं है। क्योंकि कई Off-Page SEO Practices ऐसी हैं! जिनमें आप बैकलिंक्स नहीं बनाते। सिर्फ अपना Brand Name या Keyword छोड़ते हैं। और इससे आपकी वेबसाइट को एक अच्छा Reference मिलता है।

जब आप किसी ऐसे Topic पर Content लिखते हैं! जिस पर गूगल के पास काफी कम Content होता है! तो वह बिना Off Page के भी आसानी-से रैंक हो जाता है। लेकिन जब किसी टॉपिक पर बड़ी मात्रा में कॉन्टेंट होता है! तो गूगल सबसे Best Content को रैंक करने की कोशिश करता है। और इसके लिए Quality के साथ-साथ और भी कई चीजें देखता है। जैसे कि उस पोस्ट को कहाँ-कहाँ से Reference मिल रहा है? Reference देने वाली Websites कैसी है? वगैरह-वगैरह।

On-Page Vs Off-Page SEO

वैसे तो On-Page और Off-Page दोनों ही वेबसाइट की Ranking के लिए उत्तरदायी होते हैं। लेकिन Off Page And On Page SEO में काफी अंतर है। ऑनपेज एसईओ Search Engines को यह बताता है कि कोई वेबसाइट या पेज किस बारे में है? जबकि ऑफपेज एसईओ Website की Authority और Popularity के बारे में जानकारी देता है। यानि कि कोई वेबसाइट कितनी पॉपुलर है? और उसकी Authority क्या है? यह ऑफ-पेज एसईओ का हिस्सा है।

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On-Page SEO Vs Off-Page SEO में दूसरा सबसे बड़ा अंतर यह है कि On-Page Optimization वेबसाइट के भीतर होता है। जबकि Off-Page Optimization साइट के बाहर होता है। यानि कि जब आप किसी दूसरे ब्लॉग या वेबसाइट पर Guest Posting करते हैं! या कोई Comment छोड़ते हैं, तो आप Off-Page SEO कर रहे होते हैं।

इसके अलावा On Page SEO Vs Off Page SEO में तीसरा सबसे बड़ा अंतर यह है कि On-Page SEO में समय-समय पर बदलाव करते रहना पड़ता है। जबकि Off Page SEO वर्षों तक चलता है। यानि कि इसमें आप जो Backlink बनाते हैं, वह वर्षों तक बनी रहती है। जब तक कि उसे कोई हटा न दे या फिर वह पेज डिलीट न हो जाए, जिस पर बैकलिंक बनी है। इससे Google और अन्य Search Engines की नजर में वेबसाइट की Domain Rating बढ़ जाती है।

Off-Page SEO क्यों जरूरी है?

अब सवाल यह कि Off Page SEO क्यों जरूरी है? Why off-page seo is important? तो जैसा कि आप सभी जानते हैं कि Blogging की दुनिया में Content सबसे महत्वपूर्ण होता है। लेकिन कॉन्टेंट को सही लोगों तक पहुंचाना भी उतना ही जरूरी है, जितना कि कॉन्टेंट को लिखना। इसीलिए Search Engine Optimization (SEO) की जरुरत पड़ती है। हालांकि Unique और Quality Content आराम से Rank हो जाता है। लेकिन कई बार ऐसी परिस्थिति बन जाती है जब एक ही विषय पर बहुत सारे Pages होते हैं। और सब के सब Unique और Quality Content वाले होते हैं।

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ऐसी स्थिति में यह तय करना मुश्किल होता है कि किस पेज को टॉप पर रैंक किया जाए? और क्यों? यानि कि किस आधार पर रैंक किया जाए? ऐसी परिस्थिति में Google और अन्य सर्च इंजन्स Content और On Page SEO के साथ-साथ Off Page SEO को भी Analyse करते हैं। यानि कि सर्च इंजन्स यह देखते हैं कि आपकी Website को कितने लोग पसंद कर रहे हैं? कितने लोग Recommend कर रहे हैं? कितनी वेबसाइट्स आपको Backlinks दे रही हैं? और उनमें से Quality Backlinks कितनी हैं? और वेबसाइट को Social Media पर कितना पसंद किया जा रहा है? वगैरह-वगैरह। 

जब एक ही Topic पर बहुत सारा Quality Content मौजूद होता है! तो गूगल इन सभी चीजों को Analyse करता है। और इनके आधार पर Website की Rank तय करता है। इसीलिए Off-Page Search Engine Optimization बहुत जरूरी है। क्योंकि इसकी मदद से आप Domain Authority को बढ़ा सकते हैं। लेकिन Off-Page Optimization शुरू करने से पहले यह जान लीजिए :-

Off-Page SEO से पहले

एक वेबसाइट की Ranking और Authority के लिए “Off Page SEO” बहुत जरूरी है। लेकिन कुछ लोग इस पर ध्यान नहीं देते। वे बिना सोचे-समझे कहीं भी Backlinks बना देते हैं। जिसकी वजह से वेबसाइट की Authority को तो नुकसान होता ही है। साथ ही Spam का Score भी बढ़ जाता है। जिसकी वजह से Website को दंडित होना पड़ता है। इसीलिए Off Page SEO करते वक्त निम्न Off Page SEO Factors का खास ध्यान रखना चाहिए :-

1. Domain Authority

डोमेन अथोरिटी, Moz द्वारा निर्मित एक स्कोर है। जो एक वेबसाइट की Performance का आंकलन करता है। यह Off-Page SEO और खासकर Link Building के लिए एक महत्वपूर्ण Metric है। क्योंकि यह High Authority Websites को खोजने में मदद करता है। इसके लिए यह एक वेबसाइट को 1 से 100 के बीच का स्कोर देता है! जिसे DA (Domain Authority) कहा जाता है। और ज्यादा DA अच्छा माना जाता है।

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डोमेन अथोरिटी (DA) आपको यह बताता है कि जिस वेबसाइट से आप बैकलिंक लेना चाह रहे हैं! वह कितनी पुरानी और विश्वसनीय है? अगर आप कम DA वाली Website से Backlink लेते हैं। तो आपकी वेबसाइट को कोई खास फायदा नहीं होता। लेकिन वहीं अगर आप एक High DA वाली Website से Backlink लेते हैं! तो न सिर्फ आपके पेज को Link Juice मिलता है। बल्कि डोमेन की अथोरिटी भी बढ़ती है। इसीलिए Backlinks बनाते वक्त Domain Authority का खास खयाल रखें।

2. Relevancy

बैकलिंक्स बनाते वक्त Relevancy का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। क्योंकि Irrelevant Backlinks वेबसाइट को काफी नुकसान पहुंचाती हैं। वैसे Relevancy 2 स्तर की होती है। एक Niche Level की और दूसरी Topic Level की। Niche Level का मतलब है कि आप जिस वेबसाइट से बैकलिंक ले रहे हैं! उसका और आपकी वेबसाइट का Niche सेम होना चाहिए। यानि कि अगर आपकी वेबसाइट Tech Website है, तो आपको Tech Websites से ही बैकलिंक लेनी चाहिए। यह उच्च स्तर की Relevancy होती है। और इस तरह की बैकलिंक्स सबसे अच्छी और सबसे ज्यादा Relevant मानी जाती हैं।

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वहीं दूसरे स्तर की रेलेवेंसी है Topic Level की Relevancy. जिस Webpage से आप बैकलिंक ले रहे हैं! उसका और आपका Topic सेम होना चाहिए। अगर आप दोनों स्तर की Relevancy मेंटेन करके बैकलिंक्स बनाऐंगे! तो आपकी बैकलिंक्स सबसे Best और High Quality Backlinks होंगी। और इससे आपकी वेबसाइट का काफी फायदा होगा।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आपकी Website एक SEO Website है। और आप Youtube SEO विषय पर एक आर्टिकल लिखते हैं। इस आर्टिकल के लिए आप एक ऐसी SEO Website वेबसाइट ढूँढते हैं! जिस पर Same विषय (Youtube SEO) पर एक आर्टिकल मौजूद है। अब अगर आप इस आर्टिकल में अपने आर्टिकल का लिंक एड करने में सफल हो जाते हैं! तो यह आपकी वेबसाइट के लिए सबसे Relevant Backlink मानी जाएगी।

3. Site Traffic

बैकलिंक्स बनाते वक्त Site Traffic जरूर चैक करें। साथ ही यह भी देखें कि आप जिस वेबसाइट से बैकलिंक ले रहे हैं, उसका Maximum Traffic कहाँ से आ रहा हैं? अगर ज्यादातर ट्राफिक Inorganic Sources (जैसे कि Auto Click Scripts, Spam, Link Exchange आदि) से आ रहा है! तो ऐसी वेबसाइट्स को Avoid करें। क्योंकि इस तरह की Backlinks आपकी वेबसाइट नुकसान पहुंचा सकती हैं। साथ ही वेबसाइट को Blacklist में भी डलवा सकती हैं।

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क्योंकि यह Traffic लेने का अनुचित तरीका है। और इसके लिए Google आपकी वेबसाइट को दण्डित कर सकता है। इसीलिए जब भी किसी वेबसाइट से बैकलिंक लें! उसका Traffic जरूर चैक करें। साथ ही Traffic Quality भी चैक करें। क्योंकि Quantity से ज्यादा Quality मायने रखती है। 1000 Inorganic Visitors से 1 Organic Visitor कहीं अच्छा होता है

4. Backlink Type

बैकलिंक्स दो Type की होती हैं – डूफॉलो और नोफॉलो। बैकलिंक बनाते वक्त यह जरूर देखें कि आपको किस तरह की बैकलिंक मिल रही है? अर्थात् DoFollow Backlink मिल रही है? या फिर NoFollow Backlink? दरअसल, इन दोनों में काफी अंतर होता है।

Do-Follow Backlinks आपकी Website को Value प्रदान करती हैं। ये Link Juice Pass करती हैं। साथ ही Google Bots को वेबसाइट पर विजिट करने की अनुमति देती हैं। इसीलिए SEO की दृष्टि से ये काफी फायदेमंद होती हैं। हालांकि DoFollow Backlink बनाना काफी मेहनत का काम है। लेकिन आपकी Website के पास जितनी ज्यादा Do-Follow Backlinks होंगी! वेबसाइट को उतनी ही अधिक Value मिलेगी।

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वहीं No-Follow Backlinks ऐसी लिंक्स होती हैं! जिन्हें Google Bots फॉलो नहीं करते। ये आपकी वेबसाइट को कोई Value नहीं देंती। लेकिन इससे वेबसाइट की रैंकिंग पर कोई फर्क नहीं पड़ता। आमतौर पर Web Spam और Do-Follow Backlinks को Maintain करने के लिए Nofollow Links बनाई जाती हैं।

Off-Page SEO कैसे करें?

अब बारी आती है Off Page Search Engine Optimization की। लेकिन Off-Page SEO Kaise Kare? और ऑफ-पेज एसईओ करते वक्त किन-किन बातों का ध्यान रखें? साथ ही Off-Page SEO Elements कौन-कौनसे हैं? और Off Page SEO Elements को कैसे इस्तेमाल करें? साथ ही कौन-कौनसे Elements को अपनी Off-Page SEO Strategy में शामिल करें? आइए, विस्तार से जानते हैं।

Off-Page SEO Checklist: आपकी सहूलियत के लिए यहाँ एक Off Page SEO Checklist दी गई है। आप इस Checklist की मदद से अपनी वेबसाइट का Complete Off Page SEO कर सकते हैं। और अपनी वेबसाइट की रैंकिंग बढ़ा सकते हैं :-

1. Social Media

अगर आप Social Media को सिर्फ मनोरंजन या टाईम-पास का साधन समझते हैं तो आप गलत हैं। क्योंकि सोशल मीडिया सिर्फ टाईम पास का साधन नहीं है। बल्कि यह एक Multipurpose माध्यम है। जिसका उपयोग आप अलग-अलग कार्यों के लिए कर सकते है। जैसे कि Brand Awareness के लिए! ग्राहकों के साथ संवाद (Communication) करने के लिए! नये ग्राहक बनाने के लिए! SEO और प्रचार (Marketing) के लिए, वगैरह-वगैरह।

अगर ऑफ-साइट एसईओ के लिहाज से देखें! तो Social Media बहुत ही उपयोगी टूल है। इसकी मदद से आप अपनी वेबसाइट की Search Engine Ranking और Domain Authority बढ़ा सकते हैं। साथ ही अपनी वेबसाइट पर Free Traffic ले सकते हैं। इससे Google को यह समझने में मदद मिलती है कि आप विविध स्रोतों से Traffic प्राप्त ले रहे हैं। और यह पूरी तरह Natural Traffic है।

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सोशल मीडिया पर आपके जितने ज्यादा Connections होंगे! आपको उतने ही अधिक Shares, Backlinks और Clicks प्राप्त होंगे। जो Domain Authority बनाने में मदद करेंगे। इसके लिए आपको अलग-अलग Social मीडिया प्लेटफार्म्स पर Account बनाना होगा। और नियमित रूप से Content Post करना होगा। अच्छे Connections के लिए रोजाना Valuable Content शेयर कीजिए।

2. Guest Posting

गेस्ट पोस्टिंग या Guest Blogging, एक तीर से 2 शिकार करने जैसा है। क्योंकि इसके जरिए न सिर्फ आपको Do-Follow बैकलिंक मिलती है। बल्कि दूसरे Bloggers के साथ Relationship भी Build होती है। इसलिए Guest Posting को सबसे पॉपुलर Off-Page SEO Practices में गिना जाता है।

गेस्ट पोस्टिंग के लिए, सबसे पहले उन Blogs और Websites को ढूँढिए! जो Guest Post स्वीकार करते हैं। आमतौर पर ये वेबसाइट्स, आपको पोस्ट में एक लिंक एड करने की अनुमति देती हैं। जो आप पोस्ट के अंदर या Author Bio में एड कर सकते हैं। लेकिन सवाल यह है कि Guest Post करें कैसे? तो इसके लिए आप यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं :-

अवश्य पढ़ें: Guest Posting क्या है? कैसे करें? इसके क्या-क्या फायदे हैं?

अगर आप गेस्ट-पोस्टिंग करना चाहते हैं! तो उन Blogs और Websites को खोजिए! जो गेस्ट पोस्ट स्वीकार करते हैं। और उनसे संपर्क कीजिए।

उसके बाद, उनकी वेबसाइट्स को ठीक-से देखिए समझिए। और उनके Niche से रिलेटेड कुछ ऐसे Topics चुनिए! जिन पर पहले से कोई Post Published न हो। और उन्हें कुछ Unique Topics का सुझाव दीजिए!

जब टॉपिक सलेक्ट हो जाए! तो उस पर एक बढ़िया और विस्तृत ब्लॉग-पोस्ट लिखिए। उसमें अपनी Link एड कीजिए। और सबमिट कर दीजिए। इस तरह आप अपनी एक DoFollow Backlink बना सकते हैं।

3. Link Building

लिंक बिल्डिंग, Digital Marketing का सबसे पॉपुलर तरीका है। लेकिन यह एक मुश्किल और समय लेने वाली प्रक्रिया है। खासकर .Edu और .Gov वेबसाइट्स से बैकलिंक लेना तो और भी ज्यादा मुश्किल है। लेकिन Link Building की यही सबसे खास बात है कि जिस Website से बैकलिंक लेना जितना ज्यादा कठिन होता है! उसकी Value उतनी ही अधिक होती है। जैसे कि सरकारी (Gov), शैक्षणिक (Edu), PR या किसी News Website से लिंक लेते हैं! तो उसकी वैल्यू बहुत ज्यादा होती है।

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हालांकि Link Building सबसे पॉपुलर Off Page SEO Strategy में से एक है। लेकिन यह काफी Risky है। क्योंकि कई बार आप ऐसी बैकलिंक्स बना लेते हैं! जो आपकी वेबसाइट के लिए घातक साबित होती हैं। इससे आपकी Website की Ranking गिर जाती है। और कई बार तो वेबसाइट Blacklist भी हो जाती है।

इसीलिए Link Building से पहले आपको यह जानना बहुत जरूरी है कि लिंक बिल्डिंग कैसे की जाती है? और इस दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? हालांकि Link Building कई प्रकार की होती हैं। लेकिन मूल रूप से इसके दो प्रकार (Types of Link Building) हैं। और ये निम्नलिखित हैं –

1. Natural Links

नेचुरल लिंक्स वे लिंक्स होती हैं! जो अपने आप बनती रहती हैं। जब कोई Website आपके पेज को अपनी मर्जी से Mention करती है! तो आपको एक Natural Link मिलती है। और यह तब होता है! जब आपका कॉन्टेंट अच्छा होता है। और कोई वेबसाइट उसे उपयोगी समझकर खुद Mention करती है। Natural Backlink काफी फायदेमंद और Quality Link होती है।

2. Built Links

बिल्ट लिंक्स वे लिंक्स होती हैं! जिन्हें आप Intentionally Effort लगाकर बनाते या बनवाते हैं। जैसे कि Directory Submissions, Forum Submission, Guest Posting, Blog Commenting, Social Media Sharing आदि। यह बहुत ही मेहनत का काम होता है। और इसमें काफी सारा समय खर्च होता है। इसीलिए कुछ लोग अलग-अलग Tools और Websites की मदद से Bulk में Link Submit करते हैं! जो कि बहुत ही Bad SEO Practice मानी जाती है।

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क्योंकि इससे आपकी वेबसाइट को हजारों Bad Links मिलती हैं! जो बहुत ही नुकसानदेह होती हैं। असल में, जब आप एक क्लिक में 1,000 या 10,000 Backlinks लेते हैं! तो आपको कोई आइडिया नहीं होता कि आपकी वेबसाइट, कहाँ-कहाँ और किस-किस वेबसाइट से लिंक हो रही है? आमतौर पर इस तरह की वेबसाइट्स में से ज्यादातर वेबसाइट्स Spammy & Low Quality की होती हैं! जो Value प्रदान करने की बजाय उल्टा Spam का दोषी बना देती हैं।

इसीलिए बैकलिंक्स बनाते वक्त हमेशा White Hat SEO Tactics का उपयोग करना बहुत जरूरी है। अगर आप किसी Forum या Blog Comment से बैकलिंक लेते हैं! और वह Irrelevant है! तो Google आपकी Website को Penalize कर सकता है। क्योंकि इस तरह के लिंक्स Spam की कैटेगरी में आते हैं। इसीलिए एक-एक लिंक सावधानीपूर्वक बनाऐं।

4. Profile Backlinks

जब आप किसी वेबसाइट या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना Account बनाते हैं। तो आपको Profile सेक्शन में Website Add करने का ऑप्शन मिलता है। इसे Profile Backlink कहा जाता है। इसके लिए आप Facebook, Twitter, Instagram, Tumblr, Linkedin, Pinterest आदि पर अपना अकाउंट बना सकते हैं। और अपनी Website के लिए Profile Backlinks बना सकते हैं।

5. Social Bookmarking

सोशल बुकमार्किंग, एक वेब पेज को ऑनलाइन स्टोर करने की एक प्रक्रिया है। इसकी मदद से आप किसी भी वेब पेज को Online Save कर सकते हैं। और उसे जब चाहें, Access कर सकते हैं। ठीक वैसे ही, जैसे Browser में Saved Bookmarks को करते हैं। इस तरह की Backlinks काफी Relevant होती हैं। और इनसे आपकी Website को अच्छा Traffic मिलता है।

6. Local SEO

लोकल एसईओ एक बिजनेस के लिए बहुत फायदेमंद होता है। क्योंकि इसकी मदद से एक बिजनेस या वेबसाइट को Local Search Results में प्रमखता से दिखाया जा सकता है। और अच्छा-खासा Traffic लिया जा सकता है। साथ ही नये Customers भी बनाये जा सकते हैं।

लोकल एसईओ, एक Business को स्थानीय खोज परिणामों के लिए Optimize करने की एक प्रक्रिया है। यह उन व्यवसायों द्वारा उपयोग की जाती है! जो अपने आस-पास के क्षेत्रों में सेवाएं देते हैं। जैसे होटल, रेस्टोरेंट, हेयर सैलून, एयर कंडीशनिंग कंपनियां, सुपरमार्केट इत्यादि।

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असल में, Local SEO आपकी Online Presence को बढ़ाता है। जिससे स्थानीय लोग आपको आसानी से खोज सकते हैं। जब आप अपने Business का Local SEO करते हैं! तो आस-पास के लोग उसे Online Search करके आप तक पहुँच जाते हैं। और इससे आपके व्यवसाय को काफी फायदा होता है। Local SEO के लिए आप निम्न स्टेप्स को Follow कर सकते हैं :-

  • अपने व्यवसाय को स्थानीय और राष्ट्रीय व्यापार निर्देशिकाओं में जोड़ें। इसके लिए Google My Business (Google Maps) एक पॉपुलर टूल है। यहाँ आप अपने व्यवसाय को लिस्ट कर सकते हैं। और उसको Locally Rank करा सकते हैं। 
  • अपने व्यवसाय को Business Listing और Business Directories में जोड़ें। जैसे कि Trustpilot, Just dial, Yelp, Sulekha, Tradeindia आदि।
  • अपने ग्राहकों को Review तथा Rating के लिए प्रोत्साहित करें।
  • सभी Digital Platforms पर उपलब्ध रहें। और अपने ग्राहकों के साथ हमेशा संपर्क बनाए रखें।

Off Page SEO Tools

आज के दिन मार्केट में सैंकड़ों Off-Page SEO Tools हैं। लेकिन आपको ऐसे टूल्स की जरुरत है! जो इस्तेमाल करने में आसान हों। और जिनमें सभी विशेषताऐं मौजूद हों। जैसे कि Backlink Checker. हालांकि करीब-करीब SEO Tool में बैकलिंक चैकर होता है। लेकिन ये चीजें देखना जरूरी है! – रेफ़रिंग डोमेन, एंकर टेक्स्ट, लिंकिंग प्राधिकरण और अन्य विवरण। 

1. Ahrefs

यह एक पॉपुलर SEO टूल है! जो Backlinks, Keyword Research और Competitors Analysis के लिए बेस्ट माना जाता है। इसके Site Explorer फीचर से आप किसी भी वेबसाइट के बैकलिंक्स चेक कर सकते हैं। Backlink Checker और Keyword Explorer से आप अपने और कॉम्पिटिटर्स के SEO Strategies को समझ सकते हैं।

2. SEMrush

यह एक All in One SEO Tool है! जो Off Page And On Page दोनों के लिए उपयोगी है। इसके Backlink Analytics फीचर से आप हाई-क्वालिटी बैकलिंक्स ढूंढ सकते हैं। साथ ही Position Tracking और Social Media Tools से आप अपनी वेबसाइट की Performance Monitor कर सकते हैं।

3. Moz Pro

यह DA PA Checker के लिए एक पॉपुलर टूल है। जो Domain Authority (DA) और Page Authority (PA) जैसे मैट्रिक्स प्रदान करता है! ये एक वेबसाइट की स्ट्रेंथ मापने में मदद करते हैं। Moz का Link Explorer Tool बैकलिंक्स एनालिसिस के लिए सर्वश्रेष्ठ है। साथ ही इसके Keyword Research और Rank Tracking फीचर्स भी काफी उपयोगी हैं। Moz Pro आपको 7 दिन का Free Trial ऑफर करता है।

4. Majestic SEO

यह Backlink Database के लिए जाना जाता है। इसके Trust Flow (TF) और Citation Flow (CF) स्कोर से आप Backlink Quality चेक कर सकते हैं। यह टूल खासकर लिंक बिल्डिंग और Link Profile Analysis में मदद करता है। लिंक बिल्डिंग के लिए Majestic SEO जरूर इस्तेमाल करें।

5. BuzzSumo

यह सोशल मीडिया और Content Marketing के लिए बेस्ट है। यह आपको बताता है कि कौन-सा कॉन्टेंट सबसे ज्यादा शेयर और लिंक किया गया है। इससे आप अपने Competitors के Viral Content को ट्रैक कर सकते हैं। और अपनी Content Writing Strategy बना सकते हैं।

6. Ubersuggest

यह एक सरल और यूजर-फ्रेंडली टूल है! जो कीवर्ड रिसर्च, Backlink Analysis और Competitor Data प्रदान करता है। यह नए Bloggers और Small Businesses के लिए बहुत उपयोगी है। Ubersuggest एक पूर्णतः Free SEO Tool है।

अगर आप एसईओ टूल का चयन करने जा रहे हैं! तो ऐसे टूल की तलाश करें! जो अच्छे Guest Blogging Website की पहचान कर सके। जैसे कि Moz का MozBar Extension! यह आपको किसी भी वेबपेज के बारे में बता देता है! कि उसका Score, DA, PA और अन्य Metrics क्या है? इससे आप अच्छी Guest Blogging Websites ढूंढ सकते हैं।

Off-Page SEO : सारांश

कुल मिलाकर Off-Page SEO सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जो एक वेबसाइट की SERP Ranking तथा Authority Build करने में मदद करता है। साथ ही दूसरी वेबसाइट्स के साथ अच्छे Relations और Trust Build करने बनाने में मदद करता है।

आपको बता दें कि Google हमेशा अपने Search Engine Algorithm में बदलाव करता रहता है। इसीलिए यह जरूरी नहीं है कि आज आपकी वेबसाइट अभी जिस पोजीशन पर Rank कर रही है! अपडेट से बाद भी उसी पोजीशन पर रैंक करे। इसीलिए लगातार अपनी Off-Page Strategy में बदलाव करते रहें। और अपनी साइट के Off Site SEO को अपडेट करते रहें।

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उम्मीद है इस आर्टिकल के जरिए आपको “Off-Page SEO Kya Hai?” और यह कैसे काम करता है? इसके बारे में उपयोगी जानकारी मिली होगी। अगर यह आर्टिकल आपको पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर जरूर कीजिएगा। और ऐसे ही और आर्टिकल्स के लिए टेकसेवी डॉट कॉम को सब्सक्राइब कर लीजिए। ताकि जब भी हम नया आर्टिकल पब्लिश करें! आपको तुरन्त नोटीफिकेशन मिल जाए। क्योंकि यह एक Complete SEO Series है। और इसमें लगातार नये आर्टिकल्स आते रहेंगे। सो हमसे जुड़े रहने के लिए सब्सक्राइब कर लें… धन्यवाद!

Off Page SEO : प्रश्नोत्तरी

1. ऑफ पेज एसईओ क्या है?

उत्तर: ऑफ-पेज एसईओ उन SEO Practices का समूह है! जो एक वेबसाइट की SERP Ranking और Authority बढ़ाने के लिए दूसरी वेबसाइट्स पर Perform की जाती हैं। जैसे कि लिंक बिल्डिंग, गेस्ट पोस्टिंग आदि।

2. ऑफ-पेज एसईओ क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर: क्योंकि ऑफ पेज एसईओ, वेबसाइट की पहचान और Domain Authority (DA) बनाने में मदद करता है। साथ ही Users का Trust Build करने में मदद करता है।

3. ऑफ पेज एसईओ में Link Building कैसे काम करती है?

उत्तर: लिंक बिल्डिंग, एक Off-Page SEO Technique है! जो वेबसाइट की सर्च इंजन रैंकिंग और अथॉरिटी बढ़ाने में मदद करती है। इससे Search Engine Algorithms एक Webpage की Relevancy निर्धारित करते हैं।

4. Off-Page SEO में कौन सी गलतियाँ नहीं करनी चाहिए?

उत्तर: ऑफ-पेज एसईओ में ये गलतियां भूलकर भी नहीं करनी चाहिए:-

  • स्पैमी और Low Quality Website से बैकलिंक्स लेना।
  • बेहद कम समय में बहुत सारी बैकलिंक्स बनाना।
  • सोशल मीडिया को पूरी तरह नजरअंदाज करना।

5. लोकल एसईओ क्या होता है?

उत्तर: लोकल एसईओ, एक Search Engine Optimization Strategy है! जो एक व्यवसाय को स्थानीय खोज परिणामों में दिखाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। Local SEO एक व्यवसाय के लिए काफी लाभदायक होता है।

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