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QR Code क्या है? यह कैसे काम करता है? Explanation

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अगर आप PhonePe, GooglePay, Paytm या BHIM UPI जैसी ऐप्स इस्तेमाल करते हैं। तो जाहिर-सी बात है QR Code के बारे में जरूर जानते होंगे। और इस्तेमाल भी करते होंगे! लेकिन क्या आपको पता है कि क्यूआर कोड काम कैसे करता है? अगर नहीं तो चिन्ता की कोई बात नहीं। क्योंकि आज हम इसी के बारे में बात करने वाले हैं। तो आइए जानते हैं कि QR Code Kya Hai? यह कैसे काम करता है? कैसे Generate किया जाता है? कैसे Scan किया जाता है? और कहाँ-कहाँ इस्तेमाल किया जाता है? साथ ही इसमें कौन-कौनसी सूचनाऐं होती हैं?

QR Code (क्यूआर कोड)

क्यूआर कोड, दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला 2D Barcode है। यह लगभग हर दुकान, शोरूम, हॉस्पिटल, पब, रेस्टोरेंट, शॉपिंग मॉल आदि में इस्तेमाल होता है। लेकिन पिछले कुछ सालों में इसका चलन काफी तेजी-से बढ़ा है। यही वजह है कि आज यह हर जगह नजर आता है। भले ही आप किसी भी मार्केट में चले जाइए! आपको राशन की दुकान से लेकर फल-सब्जी की रेहड़ी तक हर जगह QR Code लगा हुआ दिख जाएगा।

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लेकिन यह पूरी तस्वीर नहीं है। असल में क्यूआर कोड हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है। और हम में से ज्यादातर लोग इसे अपने रोजमर्रा के कार्यों में Regularly इस्तेमाल करते हैं। लेकिन सवाल यह है कि यह QR Code आखिर है क्या? और यह काम कैसे करता है? आइए, समझते हैं।

QR Code Kya Hai?

क्यूआर कोड, असल में एक द्विआयामी बारकोड (2D Barcode) है, जो किसी प्रोडक्ट के बारे में सूचनाओं (Data) को Store करने की सुविधा देता है। अर्थात् यह एक वर्गाकार Grid होता है, जिसमें कई सारे Pixels होते हैं। और इन Pixels में Data Stored होता है। लेकिन यह Machine Readable होता है। यानि कि सिर्फ मशीन द्वारा ही पढ़ा जा सकता है। इसीलिए इसे पढ़ने के लिए Imaging Devices जैसे कि Smartphone Camera, QR Code Reader या QR Code Scanner का प्रयोग किया जाता है। 

आपको बताना चाहूँगा कि QR Code का पूरा नाम (फुल फॉर्म) Quick Response Code है। जिसका मतलब है तुरंत प्रतिक्रिया देने वाला कोड। अर्थात् जब इसे Scan किया जाता है तो यह त्वरित प्रतिक्रिया देता है। जिससे स्कैनिंग में काफी कम समय लगता है। यानि कि क्यूआर कोड एक ऐसा Barcode है, जो Quick Response, Fast Readability और अधिक Storage के लिए जाना जाता है।

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वहीं अगर Data को Store करने की बात करें तो इसके लिए क्यूआर कोड चार Encoding Mods का उपयोग करता है। अर्थात् Numerical, Alpha Numerical, Byte/Binary और Kanji (जापानी लेखन में प्रयुक्त होने वाला चीनी अक्षरों का एक रूप) मोड का इस्तेमाल करता है। आमतौर पर यह डाटा को Pixels की श्रृंखला के रूप में Store करता है।

QR Code कैसे काम करता है?

अब सवाल यह है कि क्यूआर कोड काम कैसे करता है? How does a QR Code work? तो क्यूआर कोड असल में बारकोड की तरह ही काम करता है। बस इसकी बनावट अलग होती है। और इसमें लाईनों की जगह Squares और Dots का प्रयोग होता है।
आपने देखा होगा कि क्यूआर कोड एक White Background पर बना काले रंग का वर्गाकार Grid होता है। जिसमें तीन छोटे वर्ग (तीन कोनों पर) होते हैं। और ढ़ेर सारे बिन्दु (Dots) होते हैं।

ये बिन्दु असल में Data को Represent करते हैं। यानि कि प्रत्येक बिन्दु एक Certain Piece of Information को Represent करता है। लेकिन यह इन्फोर्मेशन Numeric, Alphanumeric, Binary अथवा Kanji फॉर्म में Encoded होती है।

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इसीलिए इसे किसी Imaging Device (जैसे कि Smartphone, Camera आदि) की मदद से पढ़ा जाता है। और Reed-Solomon Code की मदद से Process किया जाता है। यानि कि Errors को Fix करते हुए सही Information तक पहुंचा जाता है। और उसके बाद Vertical और Horizontal Components के Pattern से Data (सूचनाओं) को Extract किया जाता है। और ऐसी जानकारी के रूप में Translate किया जाता है, जिसे आप और हम समझ सकें। 

QR Code के प्रकार

क्यूआर कोड मुख्यत: 2 प्रकार के होते हैं। एक, Static QR Code (स्थैतिक क्यूआर कोड) और दूसरे, Dynamic QR Code (गत्यात्मक क्यूआर कोड). क्या फर्क है दोनों में? आइए, समझते हैं। Types of QR Code

1. Static QR Code

स्थैतिक क्यूआर कोड्स स्थिर होते हैं। ये एक बार Generate करने के बाद Edit नहीं होते। यानि कि इनमें मौजूद सूचनाओं को बदला नहीं जा सकता। इसीलिए इन्हें Static QR Code कहा जाता है। इनका इस्तेमाल ऐसी जगहों पर किया जाता है, जहाँ Information को Update करने की जरूरत नहीं पड़ती। जैसे कि अखबार, टीवी और पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होने वाले विज्ञापन, Posters, Business Cards, Web URLs आदि।

2. Dynamic QR Code

डायनेमिक क्यूआर कोड्स गतिशील होते हैं। यानि कि इनमें मौजूद सूचनाओं को बदला जा सकता है। और बार-बार Update किया जा सकता है। जैसे कि अगर किसी प्रोडक्ट का QR Code Generate करने के बाद उसकी कीमत में बदलाव करना हो! तो आसानी से कर सकते हैं। यानि कि नई कीमत, क्यूआर कोड में अपने आप अपडेट हो जाती है। और क्यूआर कोड को दुबारा Print करने की जरूरत नहीं पड़ती।

QR Code के Variants

क्यूआर कोड के कई सारे Variants (संस्करण) हैं। क्योंकि समय के साथ-साथ इसके डिजायन और Specifications में काफी बदलाव आया है। और कई Improvements हुए हैं। इसीलिए आज अलग-अलग रंग और डिजायन के क्यूआर कोड्स देखने को मिलते हैं। लेकिन सवाल यह है कि इन Variants का मतलब क्या है? आइए जानते हैं The Varients of QR Code :-

Model 1

यह सबसे पुराना और मूल क्यूआर कोड है। इसे Model 2 और Micro QR Code का Prototype भी कहा जाता है। क्योंकि ये दोनों वेरिएंट्स Model 1 के ही विस्तार हैं। हालांंकि देखने में यह Model 2 जैसा ही दिखाई देता है लेकिन इसमें Alignment Pattern का अभाव है। मॉडल 1 का सबसे बड़ा वर्जन 14 (73×73 मॉड्यूल्स) है, जो अधिकतम 1167 Numerals Store कर सकता है।

Model 2

यह Model 1 का ही Improved Version है। और आज आप जो QR Code शब्द इस्तेमाल करते हैं, वह इसी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें Alignment Patterns होते हैं, जो Distortion को कम करके विकृत छवि को Read करने में मदद करते हैं। इसका सबसे बड़ा वर्जन 40 (177×177 मॉड्यूल्स) है, जो 7089 Numerals तक स्टोर कर सकता है।

Micro QR Code

यह क्यूआर कोड का एक छोटा वर्जन है, जो सिर्फ 35 Numerals तक स्टोर कर सकता है। इसमें सिर्फ एक Position Detection Pattern होता है। जिसकी वजह से इसका Size काफी छोटा होता है। यह उन Applications के लिए एक आदर्श क्यूआर कोड है, जिनमें जगह की कमी होती है। जैसे कि Circuit Board के Components.

IQR Code

यह एक Matrix Type 2D Barcode है, जो Rectangle और Square दोनों Shapes में प्रिंट किया जा सकता है। इसके कई संस्करण हैं। अगर Square IQR की बात करें तो इसके 61 (न्यूनतम 9×9 मॉड्यूल्स) और Rectangle IQR के 15 संस्करण (न्यूनतम 19×5 मॉड्यूल्स) उपलब्ध हैं। यानि कि यह छोटी से छोटी जगह में भी आसानी से प्रिंट किया जा सकता है।

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IQR Code कम से कम जगह में अधिक से अधिक Data Store करने में सक्षम है। इसकी अधिकतम भंडारण क्षमता 40,000 Numeric Characters (422×422 मॉड्यूल्स) है। जो Model 2 के सबसे बड़े वर्जन 40 से कई गुना अधिक है। साथ ही इसकी Error Correction Rate भी काफी ज्यादा (50%) है। जिसकी वजह से आधा कोड Damage होने के बाद भी Code को Scan किया जा सकता है। 

Frame QR Code

इस क्यूआर कोड के Center में एक खाली जगह होती है, जिसे QR Code Frame कहा जाता है। इस फ्रेम में मुख्यतः Texts, Images और Graphics को Arrange किया जाता है। लेकिन यह सिर्फ टेक्स्ट, इमेज और ग्राफिक्स तक सीमित नहीं है। इसे अलग-अलग प्रकार के Designs और White Spaces के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

Secure QR Code (SQRC)

यह एक सुरक्षित क्यूआर कोड है, जो अपने अंदर मौजूद Data को एक Cryptographic Key द्वारा सुरक्षित रखता है। और उन तमाम Devices को प्रतिबंधित करता है, जो Data को Access करने की कोशिश करते हैं। इसके लिए इसमें एक Private Data सेगमेंट होता है, जो एक Encryption Key की मदद से Decrypt किया जाता है। यह Personal Information को सुरक्षित रखने में मदद करता है। खासकर, कंपनियों के Internal Data को कंपनी के लोगों तक सीमित रखने में मदद करता है।

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हालांंकि SQRC Code सिर्फ Private Data तक सीमित नहीं है। यह सार्वजनिक सूचनाओं के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसके लिए Encryption का प्रयोग नहीं किया जाता। क्योंकि यह एक विकल्प है, जो खास संवेदनशील सूचनाओं के लिए है। SQRC Code को सुरक्षित लेनेदेन के लिए Forus Foundation द्वारा विकसित किया गया था।

HCC2D

HCC2D का मतलब है High Capacity Colored 2 Dimensional कोड। यानि कि उच्च क्षमता वाला रंगीन 2D कोड। यह असल में Researchers द्वारा विकसित एक रंगीन Matrix Code है। जो फिलहाल Prototype Phase में है। यह Data Density को बढ़ाने के लिए रंगों का उपयोग करता है। लेकिन इसकी वजह से Decoding के दौरान Chromatic Distortion का सामना करना पड़ता है। और इस समस्या से बचने के लिए HCC2D कोड, एक अतिरिक्त फील्ड (Color Palette Pattern) का उपयोग करता है।

JAB Code

JAB यानि Just Another Barcode. यह एक रंगीन QR Code है, जो आयताकार अथवा वर्गाकार ग्रिड के भीतर रंगीन वर्गों के संयोजन से बना है। इसमें 4 या 8 रंग होते हैं। जिनमें से 4 प्राथमिक रंग (Cyan, Magenta, Yellow और Black) और 4 द्वितीयक रंग (Blue, Red, Green और White) होते हैं। चूंकि Colours, द्विआयामी मैट्रिक्स में तीसरा आयाम जोड़ते हैं। इसीलिए JAB Code ब्लैक एण्ड व्हाइट कोड्स की तुलना में अधिक Data Store कर सकता है।

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अगर Theoretically देखें तो इसका 4 रंग वाला कोड 2 गुना और 8 रंंग वाला कोड 3 गुना अधिक Data Store करने में सक्षम है। लेकिन JAB Code तक यह License प्राप्त नहीं है। हालांंकि इसे ISO Standardization के लिए प्रस्तुत किया था। लेकिन अभी तक मानकीकरण की प्रकिया Processing में है। और फिलहाल यह LGPL v2.1 License के अधीन प्रकाशित है।

QR Code Versions

उपर QR Code Varients के बारे में बात करते वक्त बार-बार QR Code Versions का जिक्र आया। लेकिन सवाल यह है कि ये क्यूआर कोड वर्जन्स क्या हैं? और इनका क्या उपयोग है? साथ ही क्यूआर कोड के कितने वर्जन्स हैं? और कौन-कौनसे? आइए, जानते हैं।

सबसे पहले बात करते हैं वर्जन्स की संख्या की। तो पारंपरिक क्यूआर कोड के कुल 40 वर्जन्स हैं। और प्रत्येक वर्जन में Data Modules की अलग-अलग संख्या है। यानि कि वर्जन का नम्बर जितना बड़ा (Higher) होगा, Data Modules की संख्या उतनी ही अधिक होगी। और डाटा मॉड्यूल्स की संंख्या जितनी अधिक होगी, QR Code की स्टोरेज कैपेसिटी भी उतनी ही ज्यादा होगी। यानि कि जितना बड़ा वर्जन होगा, उतना ही ज्यादा डाटा स्टोर करेगा।

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QR Code Versions

उदाहरण के लिए Version 1 (21×21 मॉड्यूल्स) अधिकतम 25 अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर्स स्टोर कर सकता है। जबकि Version 2 (25×25 मॉड्यूल्स) 47 कैरेक्टर्स और Version 3 (29×29 मॉड्यूल्स) 77 कैरेक्टर्स स्टोर कर सकता है। इसी तरह Version 40 (177×177 मॉड्यूल्स) 4296 अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर्स स्टोर कर सकता है। यानि कि जैसे-जैसे वर्जन का नम्बर बढ़ेगा, वैसे-वैसे डाटा मॉड्यूल्स की संख्या और Storage Capacity भी बढ़ती जाएगी।

QR Code को कैसे Scan करें?

क्यूआर कोड को Scan करना बहुत आसान है। बस आपके पास QR Code Reader या फिर कैमरा युक्त Smartphone होना चाहिए। वैसे ज्यादातर लोग स्मार्टफोन ही इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि स्मार्टफोन हमेशा हमारे साथ रहता है। और इसे कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

खैर, आजकल ज्यादातर स्मार्टफोन्स के कैमरा ऐप्प में QR Code Scanner इनबिल्ट आता है। इसीलिए QR Code Scan करने के लिए फोन का Camera काफी होता है। लेकिन अगर आपके फोन में यह फीचर नहीं है तो कोई बात नहीं। आप Google Play Store में जाकर QR Code Scanner या QR Code Reader App Download कर सकते हैं। प्ले स्टोर पर आपको ढ़ेर सारी QR Code App मिल जाऐंगी।

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इसके अलावा कई ऑनलाइन वेबसाइट्स भी हैं, जो Online QR Code Scan करने की सुविधा देती हैं। जैसे कि qrscanneronline, webqr, 4qrcode आदि। इन वेबसाइट्स पर आप फोटो अथवा स्क्रीनशॉट अपलोड करके QR Code Cheak कर सकते हैं। QR Code Scanner Online हो या Offline, Data वही दिखाता है, जो क्यूआर कोड के अंदर मौजूद होता है।

खैर, QR Code Scanner App या Camera की मदद से QR Code Scan करने के लिए ऐप्प या कैमरा को ओपन कीजिए और क्यूआर कोड के उपर Point कीजिए। आपके पॉइन्ट करते ही QR Code Scan हो जाएगा। और आपको सारी Details स्क्रीन पर दिख जाएगी।

QR Code Decoding

क्यूआर कोड में मौजूद सूचनाओं को Decode करने के लिए QR Code Decoder की मदद ली जाती है। सबसे पहले एक Digital Image Sensor की मदद से क्यूआर कोड को Scan किया जाता है। और एक Programmed Processor की मदद से Data को Extract और Analyze किया जाता है। उसके बाद प्रोसेसर, नीचे दाँये कोने के पास मौजूद छोटे वर्ग या वर्गों की मदद से बाकी तीनों वर्गों का पता लगाता है। और Size, Orientation और Viewing Angel के लिए QR Code Image को Normalize करता है।

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उसके बाद Image में मौजूद छोटे-छोटे Dots (Pixels) को Binary Numbers में कन्वर्ट करता है। और Error Correcting Algorithm की मदद से उसे Validate करता है। इसके लिए Reed Solomon Error Correction का उपयोग किया जाता है। जब Decoding की प्रोसेस पूरी हो जाती है! तो क्यूआर कोड में मौजूद डाटा को स्क्रीन Display कर दिया जाता है। इस तरह क्यूआर कोड में मौजूद सूचनाओं को Decode किया जाता है।

अगर Error Correction की बात करें तो इसके लिए क्यूआर कोड Reed Solomon Code का उपयोग करता है। यह असल में Error Correcting Codes का एक समूह है, जो गलत Symbols का पता लगाकर उन्हें ठीक करने में मदद करता है। मूल रूप से यह Data Storage, Data Transmission, Space Transmission और Barcodes में इस्तेमाल किया जाता है।

QR Code कैसे Generate करें?

अब सवाल यह है कि क्यूआर कोड कैसे बनाऐं? How to generate a QR Code? तो यह बहुत आसान है। इसके लिए आपको ढ़ेर सारी ऐप्स और वेबसाइट्स मिल जाऐंगी। बस आपको प्ले स्टोर में जाकर QR Code Generator App लिखकर सर्च करना है। और एक हाई रेटिंग वाली ऐप्प डाउनलोड करनी है।

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लेकिन वहीं अगर आप Online QR Code Generate करना चाहते हैं! तो गूगल पर जाकर Free QR Code Generator या QR Code Generator Free लिखकर सर्च कीजिए। आपको कई सारी वेबसाइट्स मिल जाऐंगी। जैसे कि QR-Code-Generator. आइए! इस वेबसाइट की मदद से एक क्यूआर कोड Generate करके देखते हैं।

How-to-generate-a-qr-code
Generate Free QR Code

तो सबसे पहले अपने Browser में जाइए। और इस वेबसाइट को ओपन कीजिए। उसके बाद Data Type सलेक्ट कीजिए। जैसे कि मैं अपनी वेबसाइट के URL का क्यूआर कोड बनाना चाहता हूँ, तो मैंने URL सलेक्ट किया। और उसके बाद नीचे यूआरएल टाईप कर दिया। आप यहाँ File भी अपलोड कर सकते हैं। खैर Data Enter करने के बाद Generate QR Code के बटन पर टैप कीजिए।

Edit QR Code

अब आप Customization Page पर पहुंच जाऐंगे। यहाँ आपको QR Code Edit करने के लिए ढ़ेर सारे विकल्प मिल जाऐंगे। जैसे कि Frames, Shapes, Colours आदि। आप अपनी जरूरत के हिसाब से क्यूआर कोड को Customize कर सकते हैं। और जब कोड तैयार हो जाए तो Download बटन पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अलावा हाई-क्वालिटी Vector File भी डाउनलोड कर सकते हैं।

Customize-2D-Barcode
Customize Your QR Code

इस तरह आप अपनी वेबसाइट, ईमेल, मोबाइल नम्बर, कॉन्टेक्ट्स, सोशल मीडिया हैंडल और अन्य जरूरी डिटेल्स के लिए Free QR Code Generate कर सकते हैं। इसके लिए आपको ढ़ेर सारे QR Code Editor मिल जाऐंगे। और आप किसी भी वेबसाइट से QR Code Edit Online कर सकते हैं।

क्यूआर कोड के उपयोग

वैसे तो क्यूआर कोड को Automotive Industry के लिए बनाया किया गया था। लेकिन आज यह करीब-करीब हर Industry में इस्तेमाल होता है। और इसके कई उपयोग हैं। ये हैं क्यूआर कोड के मुख्य उपयोग। यानि कि Main Usages of QR Code :- 

  • एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री : बड़ी-बड़ी कंपनियाँ और ब्रांड्स, अपने विज्ञापनों में क्यूआर कोड का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं।
  • ऑनलाइन पेमेंट सर्विस : फोन पे, गूगल पे, पेटीएम और अमेजन पे जैसी तमाम ऑनलाइन पेमेंट सर्विसेज, क्यूआर कोड का उपयोग करती हैं।
  • गवर्नमेंट : सरकार द्वारा जारी डॉक्यूमेंट्स जैसे कि Aadhaar Card, Janaadhaar, Voter ID Card, PAN Card, जाति प्रमाण-पत्र, मूल निवास प्रमाण-पत्र आदि में भी क्यूआर कोड का इस्तेमाल होता है।
  • शिक्षा : शिक्षा के क्षेत्र में क्यूआर कोड का खूब इस्तेमाल होता है। यहाँ तक कि पाठ्यक्रम की किताबों में भी (प्रत्येक Lesson में) QR Code का इस्तेमाल होता है। 
  • रिटेल इंडस्ट्री : Retail Industry में Products को Track करने के लिए क्यूआर कोड का उपयोग किया जाता है।
  • हेल्थकेयर :  हॉस्पिटल्स में मरीजों को ट्रैक करने से लेकर दवाओं को ट्रैक करने तक, हर काम में क्यूआर कोड की मदद ली जाती है।
  • सूचना एवं प्रोद्योगिकी : सूचना एवं प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में क्यूआर कोड का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है।
  • ऑटोमोबाइल्स : ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में वाहनों को Track और Identify करने के लिए क्यूआर कोड का उपयोग किया जाता है।
  • व्यक्तिगत उपयोग : क्यूआर कोड को व्यक्तिगत उपयोग के लिए भी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है। जैसे कि VCard, मोबाइल नम्बर, ईमेल, वेबसाइट, सोशल मीडिया लिंक्स आदि के लिए।

इसके अलावा भी क्यूआर कोड के कई उपयोग हैं। जैसे कि Contactless Applications, Digital Money, Direct Login आदि। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि WhatsApp के डेस्कटॉप वर्जन में लॉगिन करने के लिए क्यूआर कोड का उपयोग किया जाता है।

QR Code का इतिहास

क्यूआर कोड का आविष्कार 1994 में Denso Wave नामक जापानी कंपनी ने किया था। और मूलतः इसे Vehicles को Track करने के लिए बनाया गया था। लेकिन धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ी कि यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला 2D Code बन गया। हालांंकि शुरुआत में इसे सिर्फ Automotive Industry के लिए बनाया गया था। लेकिन Fast Scanning और Quick Response के कारण यह तेजी-से लोकप्रिय हो गया। और विभिन्न Industries द्वारा अपना लिया गया।

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वैसे क्यूआर कोड की सफलता में Smartphone का बहुत बड़ा हाथ है। स्मार्टफोन के आने से पहले यह सिर्फ Industrial Areas तक सीमित था। लेकिन Smartphone के आगमन के बाद यह घर-घर पहुंच गया। और COVID-19 ने तो जैसे इसके पैरों में पंख ही लगा ही दिए। कोरोना महामारी के दौरान QR Code Scan करने वालों की संख्या अविश्वसनीय रूप से बढ़ गई। 

क्यूआर कोड का आविष्कारक

अब सवाल यह है कि क्यूआर कोड का आविष्कार किसने किया? Who invented the QR Code? तो इसका श्रेय Masahiro Hara को जाता है। यानि कि क्यूआर कोड का आविष्कार Masahiro Hara ने किया था। वे Denso Wave कंपनी में इंजीनियर थे और Barcode Scanners पर काम करते थे। लेकिन बारकोड ज्यादा Data Store नहीं कर पाते थे।

इसीलिए उन्होंने एक ऐसे कोड पर काम करने की सोची, जो बारकोड से तेज हो। और अधिक डाटा स्टोर करने में सक्षम हो। यही सोचकर उन्होंने 1992 में एक 2 Dimensional Barcode पर काम शुरू किया। और दो साल के अथक प्रयास के बाद 1994 में QR Code का आविष्कार किया। यह एक Advanced 2D Barcode था, जो न सिर्फ Scanning में Fast था। बल्कि Response के मामले में भी काफी तेज था। और बारकोड से कई गुना अधिक डाटा स्टोर करने में सक्षम था।

क्यूआर कोड कितना सुरक्षित है?

हालांंकि वैसे तो क्यूआर कोड काफी Secure है लेकिन पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। इसके जरिए यूजर के फोन या कम्प्यूटर में दुर्भावनापूर्ण कोड डाला जा सकता है। और Attagging की मदद से यूजर को Track किया जा सकता है। अगर आप एक स्मार्टफोन यूजर हैं। और बिना सोचे-समझे किसी भी QR Code को Scan कर लेते हैं तो सावधान! आपकी Privacy खतरे में पड़ सकती है।

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क्योंकि QR Code Reader के पास Camera से लेकर Full Internet Access, Network, Contacts, Storage, Read/Write Data, Browsing History, GPS और Global System Change जैसी ढ़ेर सारी परमिशन्स होती हैं। जिनके जरिए यूजर की जासूसी की जा सकती है। साथ ही डिवाइस से Data चुराया जा सकता है।

क्योंकि बाहर से देखने पर पता नहीं चलता कि किस क्यूआर कोड के अंदर क्या छुपा है? उसके अंदर कुछ भी हो सकता है। यहाँ तक कि कोई दुर्भावनापूर्ण कोड हो सकता है। कोई स्क्रिप्ट हो सकती है। या कोई URL हो सकता है, जो किसी JavaScript Code को Host कर सकता है। और सिस्टम की कमजोरियों का फायदा उठा सकता है। इसीलिए कभी भी किसी क्यूआर कोड को बिना सोचे-समझे Scan न करें।

QR Code : FAQs

प्रश्न-1. क्यूआर कोड क्या है?

उत्तर: क्यूआर कोड एक Machine Readable 2D Barcode है, जो एक वर्गाकार ग्रिड के भीतर सूचनाओं को स्टोर करता है। और इसके लिए Squares और Dots का उपयोग करता है।

प्रश्न-2. QR Code का फुल फॉर्म क्या है?

उत्तर: QR Code का फुल फॉर्म Quick Response Code है।

प्रश्न-3. क्यूआर कोड का आविष्कार किसने किया?

उत्तर: क्यूआर कोड का आविष्कार Masahiro Hara ने किया था।

प्रश्न-4. क्यूआर कोड कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर: मूल रूप से क्यूआर कोड 2 प्रकार के होते हैं। एक, Static QR Code (स्थैतिक क्यूआर कोड) और दूसरे Dynamic QR Code (गतिशील क्यूआर कोड)

प्रश्न-5. क्यूआर कोड के कितने संस्करण हैं?

उत्तर: पारंपरिक क्यूआर कोड के 40 संस्करण हैं।

प्रश्न-6. अपना खुद का क्यूआर कोड कैसे बनाऐं?

उत्तर: क्यूआर कोड बनाना बहुत आसान है। इसके लिए कई QR Code Generator Websites मौजूद हैं। आप किसी भी वेबसाइट पर जाकर अपनी डिटेल्स एंटर कर सकते हैं। और Free QR Code Generate कर सकते हैं। जैसा कि उपर “How to generate a QR Code” सेक्शन में बताया गया है।

प्रश्न-7. फोन से क्यूआर कोड कैसे स्कैन करें?

उत्तर: बहुत आसान है। सबसे पहले कैमरा ऐप्प को ओपन कीजिए। और उसे क्यूआर कोड के उपर Point कीजिए। ऐसा करते ही क्यूआर कोड अपने आप Detect हो जाएगा। और उसमें मौजूद सूचनाऐं स्क्रीन पर Show हो जाऐंगी। अगर आपके फोन में यह फीचर नहीं है तो आप Google Play Store से QR Code Reader App या QR Code Scanner App डाउनलोड कर सकते हैं।

प्रश्न-8. रीड-सोलोमन कोड (Reed Solomon Code) क्या है?

उत्तर: रीड सोलोमन कोड असल में, Error Correction Codes का एक समूह है। जो त्रुटियों का पता लगाकर उन्हें Fix करने में मदद करता है।

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